Tuesday , October 22 2024
Breaking News

लेह-लद्दाख में शहीद हुआ दुर्ग सैनिक, अंतिम दर्शन के लिए उमड़ी भीड़

दुर्ग

छत्तीसगढ़ के दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कोड़िया के निवासी और भारतीय सेना के 19 महार रेजीमेंट के वीर जवान लांस हवलदार उमेश कुमार साहू 19 अक्टूबर को लेह-लद्दाख के बर्फीले पहाड़ी क्षेत्र में मां भारती की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। उनका पार्थिव शरीर सोमवार को दुर्ग जिले के पैतृक गांव कोड़िया लाया गया।

इस अवसर पर उनके बलिदान को श्रद्धांजलि देने के लिए दुर्ग से कोरिया तक एक रैली निकाली गई। इस रैली में शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर चल रहे सेना के वाहन के आगे और पीछे युवा बाइक पर सवार होकर श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे थे और वीर जवान के सम्मान में नारे लगा रहे थे।

नम आंखों से शहीद को दी गई अंतिम विदाई
गांव पहुंचने पर शहीद उमेश के स्वजन, ग्रामीण और जनप्रतिनिधियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान नम आंखों से शहीद को अंतिम विदाई दी गई। सैनिक सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने भी पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।

ग्रामीणों ने बताया कि शहीद उमेश कुमार साहू मध्यम वर्गीय परिवार से थे। उन्होंने कुछ वर्षों में अपने बड़े भाई और मां को खोया, और हाल ही में जून माह में छोटे भाई का भी निधन हुआ। भाई के दशगात्र कार्यक्रम के बाद वह ड्यूटी पर लौटने वाले थे, लेकिन अपने बीमार पिता की देखभाल के कारण छुट्टी बढ़ानी पड़ी।

उन्होंने 30 अगस्त को फिर से ड्यूटी जॉइन की और अपने देश की रक्षा करते हुए अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। उनके घर में अब अस्वस्थ और आश्रित पिता, पत्नी और छोटे बच्चे हैं, जिनकी जिम्मेदारी वे निभा रहे थे।

मौत से एक दिन पहले पत्‍नी से हुई थी बात
उमेश की पत्नी ने बताया कि वे ड्यूटी से वापस लौटने के बाद रोज बात करते थे। घटना से एक रात पहले भी उनकी बात हुई थी, जब वे पूरी तरह स्वस्थ थे। शनिवार को आर्मी के अधिकारियों ने बताया कि वह अस्वस्थ हैं और शाम को स्थिति गंभीर बताई गई। रात 9 बजे उन्हें शहीद होने की सूचना मिली।

शहीद उमेश साहू के मामा ने बताया कि उन्होंने कोटा जाकर 22 सितंबर 2009 में ड्यूटी जॉइन की थी। उनकी ट्रेनिंग सागर, जम्मू के अनंतनाग, हिमाचल प्रदेश, ग्वालियर (MP) और मेघालय में हुई थी, और हाल ही में वह लेह में ड्यूटी कर रहे थे। उनके दो बच्चे हैं, जिसमें 6 साल की बेटी और 3 साल का बेटा शामिल हैं।

About rishi pandit

Check Also

छत्तीसगढ़-धमतरी में न्याय की गुहार लगा रहे शिक्षक, हेडमास्टर का गुड़ाखू घिसते वीडियो बनाने पर सस्पेंड

धमतरी. छत्तीसगढ़ के धमतरी में उल्टा चोर कोतवाल को डांटे कहावत चरितार्थ हो रही है। …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *