Nav Samvatsar:digi desk/BHN/13 अप्रैल मंगलवार से नवरात्र घट स्थापना, गुड़ी पड़वा, चेतीचंड का पर्व भी रहेगा। ज्योतिषाचार्य डा.हुकुमचंद जैन ने बताया कि इस संवत्सर 2078 का नाम राक्षस संवत्सर है। इसके राजा और मंत्री के दोनों ही पद मंगल के अधिन होने से इस वर्ष भी लोग परेशान रहेंगे। रोग, अग्नि, चोरी, लूटपाट, हिंसा, उपद्रव की स्थितियां बनेंगी। कहीं-कहीं अनावृष्टि, सूखा से फसलों को हानि होगी। आंधी व तूफान भी अधिक आएंगे।
ज्योतिषाचार्य जैन का कहना है कि शास्त्रों में ऐसा कहा गया है की एक चंद्रमास के दोनों पक्षों में एक-एक तिथि अथवा दो या दो से अधिक तिथियों का याेग छह हो तो आगे के महीनों में रोग, व महामारी, उपद्रव फैलने के योग बनते हैं। पिछले वर्ष 2020 में चैत्र माह में दो बार तिथि क्षय हुआ था और महामारी फैलती गई। इस वर्ष 2021 में फाल्गुन माह में कृष्ण पक्ष में तृतीया तिथि और शुक्ल पक्ष में त्रयोदशी तिथि का क्षय हुआ है। महामारी का दूसरी लहर शुरू हो गई है। जैन ने कहा वैशाख मास कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा शुक्ल पक्ष की द्वादशी तिथियां क्षय हैं। ज्येष्ठ कृष्ण चतुर्थी, जेष्ठ शुक्ल चतुर्दशी का क्षय है। श्रावण माह में कृष्ण पक्ष प्रतिपदा और शुक्ल पक्ष नवमी तिथि का क्षय है। भाद्र माह में भाद्रपद कृष्ण अमावस्या और शुक्ल त्रयोदशी का विषय है। अत: कुल मिलाकर इस वर्ष में 18 तिथि क्षय हैं। केवल 12 तिथि वृद्धि हैं। अत: महामारी अक्टूबर 2021 तक भयंकर रूप से सकती है, जिसे लेकर विशेष सावधानी व सतर्कता रखने की जरूरत है।