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एसडीएम रीडर की कार्य प्रणाली से लोग परेशान शिकायतों के बाद भी नहीं हो पा रही कार्यवाही

बल्देवगढ़

बल्देवगढ़ अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय में पदस्थ बाबू की मनमानी के चलते लोगों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ रहा है लगातार एसडीएम रीडर अमित पांडे पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते आ रहे हैं और एसडीएम से लेकर जिला कलेक्टर तक कई बार लोगों के द्वारा शिकायत की गई लेकिन एसडीएम अमित पांडे की राजनीतिक पकड़ अच्छी होने के कारण इनका कोई कुछ नहीं बिगाड़ पा रहा है और यह एक ही कार्यालय में करीब 10 वर्षों से पदस्थ हैं जिस कारण से कार्यालय में इनका ही दबदबा चलता है कार्यालय में रिकॉर्ड सुधार की कई फाइलें धूल खा रही है और कई सालों से लोग कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं लेकिन जिला प्रशासन के द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भ्रष्टाचार के मामले में बाबुओं पर कार्यवाही न होने के कारण इनके हौसले बुलंद बने हुए हैं।

ऐसा ही मामला  दोपहर 2:00 बजे के करीब एक विधवा महिला रामकुंवर लोधी एवं उसकी पुत्री जयंती लोधी एसडीएम कार्यालय एक गाय लेकर पहुंची तो कार्यालय के बाहर बैठे लोग अचंभित रह गए कि आखिर एसडीएम कार्यालय में गाय लेकर आने का उद्देश्य क्या होगा जब इस मामले में जानकारी ली गई तो पता चला कि एसडीम रीडर के द्वारा जमीन पर स्टे के ऐवज में एसडीएम के नाम पर ₹50000 रिश्वत की मांग की गई उक्त विधवा महिला के पास रुपए न होने पर एवं घर गृहस्ती में एक गाय ही थी जिसे लेकर वह एसडीएम कार्यालय पहुंच गई और रिश्वत के एवज में उसने बाबू से गाय लेने की बात कही मामले की जानकारी जब आसपास के लोगों को एवं अधिकारियों को लगी तो मौके पर हड़कंप मच गया।

और नायब तहसीलदार पलक जैन भी अपने बाबू को बचाने के चक्कर में मौके पर पहुंच गए। नायब तहसीलदार को महिला के द्वारा बताया गया कि एसडीएम रीडर अमित पांडे के द्वारा उससे ₹50000 की रिश्वत की मांग की जा रही है और उसकी जमीन भूमि खसरा नंबर 1021/6/1 रकवा 0.223 हे. पर अनावेदक प्रमोद तिवारी पिता बालकिशन तिवारी निवासी इमलाना हाल निवासी बल्देवगढ़ के द्वारा बल पूर्वक अवैध निर्माण कार्य कराया जा रहा है बताया गया कि प्रमोद तिवारी आए दिन लोगों को शराब पिलाकर रात में पहुंचता है और मेरे एवं मेरी पुत्री के साथ गाली-गलौज करता है बाहुबल के आधार पर वह मेरी जमीन पर जबरदस्ती अवैध मकान का निर्माण कार्य करा रहा है जिसको लेकर उक्त महिला के द्वारा एक सप्ताह से एसडीएम कार्यालय के चक्कर लगाए जा रहे है लेकिन उसकी सुनने को कोई भी तैयार नहीं है महिला के द्वारा बताया गया कि जब मैं एसडीएम श्रीमती भारती देवी मिश्रा के पास जाती हूं तो उनके द्वारा बाबू के पास जाने की बात कही जाती है बाबू के पास पहुंचती हूं तो उनका कहना होता है कि बिना रिश्वत के कोई काम नहीं होगा जब तक मुझे ₹50000 नहीं दोगी तब तक कोई स्ट्रे नहीं मिलेगा।

वही एसडीएम रीडर का कहना है कि उक्त भूमि पर 2023 में स्ट्रे दे दिया गया था अब दूसरा स्ट्रे नहीं मिल सकता इसी बात पर महिला का कहना है कि एसडीएम रीडर के द्वारा लगातार 1 वर्ष से मुझे गुमराह किया जा रहा है और स्ट्रे ऑर्डर की कॉपी की जगह वह एक अन्य कागज दे देते हैं और पुलिस थाने जाकर मौके पर निर्माण कार्य रुकवाने की बात कहते है जब मैं पुलिस थाने में जाती हूं तो पुलिस का कहना होता है कि यह स्ट्रे आर्डर नहीं है इसलिए मैं कार्य नहीं रुकवा सकता अब आखिर महिला जाए तो जाए कहां इसलिए जब वह अधिक परेशान हो गई तो वह अपनी पुत्री के साथ एसडीएम कार्यालय एक गाय लेकर पहुंची जहां पर उन्होंने बताया कि यदि आज स्ट्रे नहीं मिलता है और मौके पर काम नहीं रुकवाया जाता है तो मैं आज यही पेट्रोल डालकर आग लगाकर प्राण दे दूंगी।

महिला ने नायब तहसीलदार पर आरोप लगाया कि नायब तहसीलदार एवं बाबू के द्वारा एसडीएम के चेंबर में मुझे बुलाया और कहा कि तुमने यदि पत्रकारों के सामने इस प्रकार का ड्रामा किया तो आप स्वयं समझ लेना कि तुम्हारी जमीन का क्या होगा
महिला का कहना है कि इस प्रकार की धमकी दी जा रही है तो अब मेरी जमीन में हेरा फेरी हो सकती है लेकिन मैं इससे डरने वाली नहीं हूं यदि उक्त जमीन पर मुझे स्ट्रे नहीं मिलता और काम नहीं रुकवाया जाता तो मैं एसडीएम कार्यालय के बाहर आत्मदाह करूंगी।

वही इस संबंध में एसडीएम श्रीमती भारती देवी मिश्रा से दूरभाष पर संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि उक्त जमीन पर स्ट्रे हो गया था और उक्त मामले में तहसीलदार एवं पटवारी को जांच के लिए निर्देशित किया गया था।

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