- नवरात्र में कलश स्थापना से माता रानी का स्वागत
- माता शैलपुत्री की पूजा से आरंभ होता है पर्व
- माता रानी की कृपा से मनोकामनाएं होती हैं पूर्ण
इंदौर। शारदीय नवरात्र सनातन धर्म को मानने वालों के लिए एक महत्वपूर्ण पर्व है। 9 दिन तक चलने वाले इस पर्व में हर दिन माता रानी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। 3 अक्टूबर को नवरात्र के पहले दिन माता शैलपुत्री की पूजा होती है। भक्त शुभ मुहूर्त में पहले दिन कलश स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा करते हैं। इस तरह की मान्यता है कि नवरात्र के 9 दिन कुछ ज्योतिषीय उपाय कर माता रानी को प्रसन्न किया जा सकता है।
ये पांच उपाय करें
- चांदी का सिक्का पूजा पाठ के लिए शुभ माना जाता है। ऐसे में आप नवरात्र में चांदी का सिक्का घर लाते हैं, तो इससे माता लक्ष्मी की कृपा घर पर बरसती है।
- आपने घर में तुलसी का पौधा नहीं लगाया है, तो नवरात्र के शुभ अवसर पर इसे लगा सकते हैं। नवरात्र के नौ दिनों में घर में तुलसी का पौधा लगाने से माता जगदंबा प्रसन्न होती हैं। बस इस बात का ध्यान रखें कि शाम को तुलसी जी के सामने दीपक जलाएं। आपके घर में सुख समृद्धि का वास होगा।
- नवरात्र के मौके पर माता लक्ष्मी की मूर्ति या तस्वीर घर पर जरूर लाना चाहिए। यह आपके लिए काफी शुभ होगा। देवी लक्ष्मी भी माता दुर्गा का ही स्वरूप हैं। ऐसे में उनकी मूर्ति की स्थापना आप पूजा घर में करें।
- नवरात्र पर माता रानी का 16 श्रृंगार करना नहीं भूलना चाहिए। यह काफी शुभ माना जाता है। माता रानी को 16 श्रृंगार अर्पित करें। ऐसा करने से माता रानी आपको अखंड सौभाग्य होने का आशीर्वाद देंगी।
- आर्थिक तंगी से परेशान होने पर आप नवरात्र में कलश स्थापना से पहले सूखे नालियल का उपाय कर सकते हैं। आप एक सूखा नारियल लें। उसमें सूजी को देसी घी में भूनकर उसको नारियल में भर दें। ऐसा करने के बाद आप उसे घर के आसपास मिट्टी में डाले दें। चीटियां सूजी खायेंगी, तो आपके संकटों का खत्म होना शुरू हो जाएगा।