Aadhaar Card for Children:digi desk/BHN/ आधार कार्ड आज के समय में जरूरी दस्तावेज बन गया है। आधार का हर कामों में उपयोग होने लगा है। बैंक में अकाउंट खुलवाने, राशन लेने, ट्रेन टिकट बुक करने, होटल बुक, शैक्षणिक संस्थान में एडमिशन लेने के लिए भी आधार नंबर की जरूरत पड़ती है। आमतौर लोगों को नहीं पता कि बच्चों का आधार कार्ड होना भी बहुत जरूरी है। छोटे शिशुओं को आधार का बहुत लाभ मिलता है। अगर आपके घर में छोटे बच्चे हैं, और उनका अब तक आधार नहीं बना हैं। तो जल्द ही बनवाएं। आज हम आपको आधार कार्ड बनवाने की प्रोसेस बताने जा रहे हैं।
- 1. आधार रजिस्ट्रेशन के लिए नजदीकी पोस्ट ऑफिस, बैंक या आधार सेवा केंद्र पर जाएं।
- 2. आधार इनरोलमेंट सेंटर पर जाकर फॉर्म भरें।
- 3. सेंटर पर बच्चे के माता-पिता में से किसी एक का जीवन प्रमाण पत्र लगेगा।
- 4. बच्चे का जन्म सर्टिफिकेट, जरूरी डॉक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म सबमिट करना है। बच्चे की फोटो भी ली जाएगी। इस लिए उसे साथ में ले जाएं।
- 5.अगर बच्चे की उम्र पांच साल से अधिक है, तो बायोमेट्रिक रिकॉर्ड भी होगा।
- 6. पूरी प्रक्रिया होने पर एक एनरॉलमेंट स्लिप जनरेट होगी। जिसमें आईडी, नंबर और तारीख लिखी होगी।
- 7. आधार एनरॉलमेंट के 3 महीनों के अंदर आधार कार्ड घर पर पोस्ट द्वारा आ जाता है।
आधार कार्ड बनवाने जरूरी डॉक्यूमेंट्स
बच्चे की उम्र 5 साल से कम है तो बर्थ सर्टिफिकेट की जरूरत होगी। अगर सर्टिफिकेट नहीं है को माता-पिता में से किसी एक के आधार कार्ड नंबर देना होगा। अगर बच्चा 5 साल से अधिक आयु का है। इसके लिए जन्म प्रमाण पत्र, स्कूल पहचान पत्र और ग्राम प्रधान का लेटर लगेगा। स्कूल आईडी नहीं होने पर स्कूल के लेटर हेड पर लिखित घोषणा पत्र जमा कर सकते हैं।
क्यों जरूरी बच्चों के लिए आधार कार्ड
स्कूलों में एडमिशन के लिए बच्चों का आधार कार्ड मांगा जाता है। बता दें बच्चों का आधार नीले रंग का होता है। इसे बाल आधार कार्ड भी कहा जाता है। बाल आधार कार्ड में माता या पिता के आधार नंबर को लिंक किया जाता है। साथ ही मोबाइल नंबर भी रजिस्टर्ड होता है।