- आरोपी 16 वर्षीय 10वीं कक्षा का छात्र है
- पीड़िता की मां ने एफआईआर दर्ज कराई
- आरोपी को बाल संप्रेषण गृह में भेजा गया
रतलाम। मध्य प्रदेश के रतलाम शहर के एक निजी स्कूल में पांच वर्ष की यूकेजी की छात्रा से उसी स्कूल के 16 वर्ष के 10 वीं के छात्र ने बैड टच किया। छात्रा की मां की शिकायत पर आरोपित किशोर के खिलाफ एफआरआइ दर्ज कर पुलिस ने उसे हिरासत में लेकर बाल न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे बाल संप्रेषण गृह भेज दिया गया।
बच्ची की मां के अनुसार शनिवार को बेटी ने उन्हें अपने साथ बैड टच की जानकारी दी। बताया कि स्कूल में पढ़ने वाले 16 वर्षीय छात्र ने उसकी कमीज खोलकर बैड टच किया। बच्ची के शरीर पर लाल चकत्ते पड़े हुए थे। लघुशंका के दौरान जलन हो रही थी। बुखार से उसका शरीर तप रहा था।
दरअसल, बच्चों को बैड और गुड टच के बारे में सही तरीके से शिक्षा देने का नतीजा है कि अब छोटे बच्चे भी इसके बारे में जागरूक हो रहे हैं। यही वजह है कि पांच वर्ष की बच्ची ने किशोर के टच को बैड महसूस किया। उसने घर जाकर इस बारे में अपनी मां को जानकारी दी। बच्ची की मां ने भी इसे गंभीरता से लिया।
मां ने बताया कि घटना को नजरंदाज कर देते और शुरुआत में ही इस मामले को गंभीरता से नहीं लेते तो धीरे-धीरे आरोपित किशोर की हिम्मत बढ़ती जाती। इस तरह एक दिन वह बेटी या किसी और बच्ची के साथ किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता था, इसलिए मामले में कानूनी कार्रवाई का निर्णय लिया।
आरोपित को पहचान कर बच्ची को आया गुस्सा
बच्ची आरोपित का नाम नहीं जानती थी। मां उसे लेकर स्कूल गई तो उसने आरोपित लड़के को देखकर बच्ची को गुस्सा आ गया। उसने इशारे में कहा कि इसे शूट कर दो। इस तरह आरोपित की पहचान हो सकी। पुलिस के अनुसार आरोपित ने स्कूल की तीसरी मंजिल पर चौकीदार के कमरे में ले जाकर मासूम से गंदी हरकत की। दरअसल, आरोपित छात्र स्कूल चौकीदार का ही बेटा है।
सुरक्षा व्यवस्था न होने पर अभिभावकों ने किया प्रदर्शन
इस घटना से स्कूल के सारे अभिभावकों में बेहद नाराजगी थी। उनका कहना था कि चूंकि घटना स्थल स्कूल था। स्कूल प्रबंधन की जिम्मेदारी होती है कि वह ऐसा निगरानी तंत्र और व्यवस्था सुनिश्चित करे, जिससे बच्चियों से घटनाएं न होने पाएं।
नतीजतन, सोमवार को स्कूल खुलते ही बहुत सारे अभिभावक और हिंदूवादी संगठन के कार्यकर्ता स्कूल प्रबंधन के प्रति अपनी नाराजगी जाहिर करने स्कूल पहुंच गए। स्कूल प्रबंधन से जुड़े लोगों का घेराव करके अभिभावकों ने स्कूल में बच्चों की सुरक्षा के बंदोबस्त की मांग की। उनका कहना था कि स्कूल परिसर में सीसीटीवी लगाए जाएं। उन्हें भी उसकी आइडी दी जाए, ताकि वे भी बच्चों को देख सकें।
स्कूल को किया गया सील
प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने स्कूल संचालक, प्राचार्य, शिक्षकों व कर्मचारियों को पीछे के गेट से निकालकर स्कूल को सील कर दिया। अपर कलेक्टर डॉ शालिनी श्रीवास्तव व एएसपी राकेश खाखा ने अभिभावकों को समझाकर मामला शांत कराया। अभिभावकों का कहना है कि जब तक बच्चों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम न हों, स्कूल बंद रखा जाए।