Saturday , September 28 2024
Breaking News

पैसों से जुड़े इन नियमों का रखें ख्याल

हमने अक्सर लोगों को दिन-रात मेहनत करके पैसा कमाते देखा होगा। परंतु कई बार देखा गया है कि व्यक्ति पैसा कमा तो लेता है लेकिन उसके पास पैसा रुक नहीं पाता है और बिना किसी वजह से इधर-उधर उसका पैसा खर्च हो जाता है। जिसकी कारण उसे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। वास्तु शास्त्र में इसका कारण पॉकेट या पर्स में वास्तु दोष को बताया है। वास्तु के अनुसार ऐसे कई नियम बताए गए हैं जिन पर अगर व्यक्ति ध्यान देते हैं तो पैसों की कमी से बचा जा सकता है। आज हम आपको वास्तु में बताए गए उन नियमों के बारे में बताएंगे।

अक्सर देखा जाता है कि लोग अपने पर्स में नोट और सिक्के को एक साथ रख लेते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र में ऐसा करने पर मनाही की गई है। कहा जाता है कि पर्स के अंदर सिक्के और नोट दोनों को ही अलग-अलग स्थान पर रखना चाहिए अगर ऐसा व्यक्ति करेगा तो इससे उसको धन की कमी नहीं होगी।

हर व्यक्ति को अपना पर्स बाईं जेब में ही रखना चाहिए। वास्तु के अनुसार इसे बाईं तरफ रखना शुभ माना जाता है। ज्यादातर लोगों को देखा गया है कि वह अपने पर्स के अंदर घर की चाबी रख लेते हैं परंतु वास्तु के अनुसार यह अशुभ माना जाता है। पर्स में रुपए को हमेशा सीधा करके ही रखना चाहिए। कभी भी मोड़ कर न रखें, क्योंकि इससे आर्थिक हानि होती है। अपने पर्स में कभी भी पैसों के साथ कोई पुरानी रसीद या बिल या फिर टिकट मत रखिए ऐसा करने से घर परिवार में वाद-विवाद बढ़ता है। रात को सोते समय अपने पर्स को कभी भी सिरहाने के पास न रखें। इसको हमेशा अलमारी में रख कर ही सोएं। जब शौचालय जाना हो तो उस समय आप अपने पर्स को आगे वाली जेब में रखिए। 

अगर पर्स पुराना हो गया है या कट या फट गया है तो उसको तुरंत बदल दीजिए। जब आपका जन्म दिवस आता है तो उस समय आप अपने पर्स के अंदर एक नोट अपने पिता या माता के हाथों से केसर का तिलक लगाकर पूरे साल भर रखिए और अगले जन्म दिवस पर आप इस पैसे को किसी कन्या को दान दे दीजिए। इस बात का खास ध्यान देना होगा कि पर्स खोलते समय आपके सिक्के पर्स नीचे नहीं गिरे क्योंकि इसकी वजह से फिजूलखर्ची बढ़ती है।  

About rishi pandit

Check Also

इंदिरा एकादशी 2024: धन प्राप्ति के लिए करें ये उपाय

आश्विन माह के कृष्ण पक्ष की ब्रह्माण्ड से लेकर अन्तिमरात्रि तक कहते हैं। इस साल …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *