रीवा/ सोहागी, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रीवा जिले के सोहागी थाना क्षेत्र में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां कर्ज से परेशान पिता ने अपने दो बच्चों के साथ टमस में कूद कर जान दे दी। इस घटना से पूरे क्षेत्र में मातम पसर गया।
घटना की सूचना मिलने के बाद मौके पर परिजन पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को बुलाया और नदी में कूदे लोगों की तलाश शुरु कर दी। कई घंटे तक कई घंटे चली सर्चिंग के बाद रेस्क्यू टीम ने शुक्रवार को बच्चे का शव नदी से बरामद कर लिया है। जबकि पिता और मासूम बच्ची की तलाश अभी भी जारी है।
-बच्चों के साथ स्कूल ड्रेस खरीदने गया था पिता
मिली जानकारी के अनुसार सोहागी थाना क्षेत्र स्थित पैरा छिवलहिया गांव के निवासी 49 वर्षीय राम निहोर मांझी ने गुरुवार की शाम पुलिस को सूचना दी कि ‘उनका 31 वर्षीय बेटा सुनील मांझी अपनी 5 वर्षीय बेटी पुष्पा और 4 वर्षीय बेटे पुष्पराज के साथ बाइक में सवार होकर यह कह कर घर से निकला था, कि वह बच्चों को स्कूल का ड्रेस दिलाने के लिए त्योंथर बाजार जा रहा है। देर शाम हो जाने तक जब वह बच्चों के साथ वापस घर नहीं लौटा तो पिता ने उसे फोन लगाया परंतु फोन रिसीव नहीं हुआ।
-नदी के पुल पर मिली बाइक और मोबाइल
परेशान परिवार के एक सदस्य ने एक बार फिर सुनील के नंबर पर फोन किया, तो किसी अन्य व्यक्ति ने फोन उठाया। उसने बताया की टमस नदी पर बने राजापुर पुल के ऊपर एक बाइक खड़ी है और उसी में मोबाइल रखा है। जबकि आसपास कोई नहीं है। इतना सुनकर सुनील के परिजनों के होश उड़ गए वे तत्काल मौके पर पहुंचे और अपने बेटे के साथ ही दोनों मासूमों की काफी देर तक खोजबीन की जब वह नहीं मिले तो पुलिस को सूचना दी गई।
- पिता पुत्री की तलाश जारी
सूचना पाकर सोहागी थाना प्रभारी पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और तलाश शुरू की। मौके पर एसडीआरएफ की टीम को बुलाया और टमस नदी पर सर्च अभियान चलाया। देर रात तक चले सर्च अभियान में लापता परिवार के सदस्यों का कोइ सुराग नहीं मिला। शुक्रवार की सुबह एक बार फिर सर्चिंग शुरू की गई। रेस्क्यू टीम ने 4 वर्षीय मासूम बच्चे पुष्पराज माझी का शव घटनास्थल से 15 किलोमीटर दूर टमस नदी यूपी से बरामद किया है। जबकि पिता सुनील माझी और बेटी पुष्पा की तालाश अभी की जा रही है।
-समूह से ले रखा था कर्ज
सुनील के पिता रामनिहोर माझी ने पुलिस को बताया कि ‘उसके बेटे सुनील ने परिवार और रिश्तेदार के साथ मिलकर एक समूह बनाया था। उसी समूह से उसने लोन लिया था, जिसका कर्ज बकाया था। इसके अलावा सुनील ने इसी वर्ष मार्च महीने में किस्त पर एक पिकअप वाहन भी खरीदा था। बढ़ते कर्ज को लेकर सुनील भारी दबाव में था।