शहडोल,भास्कर हिंदी न्यूज़/ शहडोल के अमलाई थाना अंतर्गत ईटाभट्ठा में रहने वाले राकेशदास पनिका का तीन दिन बाद शव मिला है। परिजनों ने हत्या की आशंका जता कर हाइवे में जाम लगाकर दुकान और वाहनों में आग लगा दी है। यह घटना मंगलवार शाम चार बजे की बताई जा रही है। लापता युवक राकेश का मंगलवार दोपहर करीब दो बजे शव मिला है, जिसके बाद यह हंगामा शुरू हुआ है। आक्रोशित भीड़ ने ईटभट्ठा में कबाड़ का कारोबार करने वाले शिव नामक व्यक्ति के कबाड़ की दुकान पर आग लगा दी है। रास्ते से जा रहे एक वाहन को पकड़कर उसे भी आग के हवाले कर दिया। मौके पर भारी पुलिस बल और प्रशासन के अधिकारी तैनात हैं।
परिजनों ने बताया कि राकेश पनिका 14 तारीख से लापता था। इसकी शिकायत स्थानीय थाने में दी गई थी। लेकिन पुलिस ने गुमशुदगी कायम करने के बाद चिन्हित बदमाशों की कोई पतासाजी नहीं की, जिस कारण लोगों में आक्रोश उमड़ आया। परिजनों ने बताया कि 14 तारीख की रात ईटा भट्ठा के समीप राकेश, युवराज साहू, सूरज चौधरी, हेमलाल चौधरी, मुरली चौधरी, कृष्णा यादव और गुलाब चौधरी के साथ चाय पीने गया था। देर रात सभी एक साथ थे और उसके बाद इन लोगों में कहा सुनी भी हुई सभी मौके से वापस आ गए।
कबाड़ दुकान के पास हुआ विवाद
ईटाभट्ठा में स्थित एक कबाड़ दुकान जो गणेश पंडाल के सामने स्थित है, सभी वहीं रुक गए थे। राकेश के परिजनों ने बताया कि चेतू और लकी तथा युवराज साहू ने उसे मारने की धमकी दी थी। इसके अलावा एक संदीप पाल नामक युवक का भी नाम सामने आया है, जिसका विवाद कुछ दिन पहले मृतक से हुआ था। उसने भी उसे जान से मारने की धमकी दी थी।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
परिजनों का आरोप है कि 14 सितंबर से जब राकेश लापता था तो अमलाई पुलिस को इन सभी बातों की जानकारी दी गई थी। पुलिस को संदेहियों के नाम भी बताए गए थे। लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया। दोपहर जब युवक की लाश मिली तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। आक्रोशित भीड़ ने मुख्य मार्ग को जाम कर दिया है। घटना स्थल पर अभी तनाव की स्थिति बनी हुई है। शहडोल के एएसपी अभिषेक दीवान, एसडीओपी धनपुरी, बुढार, धनपुरी ,अमलाई के थाना प्रभारी, तहसीलदार भावना डेहरिया, नायब तहसीलदार और तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं।