जोधपुर। आसाराम जोधपुर की सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसको 7 दिन की पैरोल इलाज के मिली है। वह पुणे के माधोबाग आयुर्वेदिक हॉस्पिटल में इलाज कराने के लिए भर्ती होगा। आपको बता दें कि इससे पहले आसाराम की 9 जनवरी को तबियत बिगड़ गई थी। उसका जोधपुर एम्स में 25 दिन इलाज चला था। उसके बाद जोधपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया था।
आसाराम को 1 सितंबर 2013 को नाबालिग से बलात्कार के आरोप में गिरफ्तार किया था। वह तब से जेल में ही बंद है। राजस्थान हाईकोर्ट के न्यायाधीश पुष्पेंद्र सिंह भाटी की खंडपीठ ने तबियत को देखते हुए सात की पैरोज की मंजूरी दी है।
उम्रकैद की मिली है सजा
लड़की ने शिकायत में बताया था कि 15 अगस्त 2013 की रात को आसाराम ने उसको जोधपुर के मणाई में बने अपने आवास में बुलाया था। वहां उसने मेरे साथ बलात्कार किया। आसाराम के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मामला दर्ज किया गया। पांच साल तक चली सुनवाई के बाद अदालत ने आसाराम को दोषी माना। उसको आजीवन कारावास की सजा सुनाई। गुजरात में एक महिला अनुयायी ने उसके खिलाफ बलात्कार की शिकायत की थी। इस मामले में पिछले साल फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने उसको दोषी ठहराया था।
सजा माफी चाहता था आसाराम
आसाराम चाहता था कि उसके स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सजा को निलंबित कर दिया जाए। उसने राजस्थान हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन उसको यहां से खाली हाथ ही लौटना पड़ा। सुप्रीम कोर्ट से भी आसाराम को झटका लगा था। सुप्रीम कोर्ट ने साफ कहा कि वह हाईकोर्ट के फैसले में हस्तक्षेप नहीं करेगा।