खंडवा
मध्य प्रदेश के कई इलाकों में तेज बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने आज गुरुवार को भी महाकोशल और विंध्य सहित कई इलाकों में तेज बारिश के आसार जताए हैं। प्रदेश में पिछले दिनों तेज मानसूनी बारिश थमी हुई है। बुधवार को भी कई जिलों में केवल हल्की बारिश ही हुई है। अभी 12 अगस्त तक ज्यादातर इलाकों में हल्की बारिश ही होने का आसार है।
इंदौर में सुबह हुई बारिश, दिनभर बूंदाबांदी के आसार
इंदौर में गुरुवार सुबह तेज बारिश हुई। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक आज शहर में बादल छाएंगे और शहर के अलग-अलग हिस्सों में हल्की बूंदाबांदी होने की भी संभावना है। इधर बुधवार को दिन में धूप खिली और थोड़े समय के लिए हल्की बूंदाबांदी भी हुई।
मध्य प्रदेश में लगातार झमाझम बारिश हो रही है। इसी बीच ओंकारेश्वर बांध के 18 गेट आज सुबह 10:00 बजे खोल दिए गए हैं। वर्तमान में, बांध के गेटों से 5560 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है और पावर हाउस से 520 मेगावाट बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। कुल 7648 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
वहीं कल यानी 7 अगस्त को बांध के 9 गेट खुले थे, आज उनकी संख्या बढ़ाकर 18 कर दी गई है, जिसके चलते नर्मदा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। इस वजह से, नदी में 200 से अधिक नावों के संचालन पर प्रतिबंध लगा दिया गया है और कई घाटों पर श्रद्धालुओं के स्नान पर भी रोक लगा दी गई है।
ओंकारेश्वर, नर्मदा नदी के कोठीतीर्थ, चक्रतीर्थघाट, नागरघाट, अभयघाट, ब्रह्मपुरीघाट, और गोमुखघाट पूरी तरह से जलमग्न हो चुके हैं। खंडवा और खरगोन जिला प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे नर्मदा नदी के तट से दूर रहें और सेल्फी के चक्कर में अपनी जान जोखिम में न डालें।
मौसम विभाग के सीनियर वैज्ञानिक डॉ. वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि 9 से 12 अगस्त तक प्रदेश में बारिश की स्ट्रॉन्ग एक्टिविटी नहीं है। इस अवधि में अल्प बारिश का दौर बना रहेगा।
दमोह में 1 इंच पानी गिरा
इससे पहले बुधवार को प्रदेश में हल्की बारिश का दौर रहा। दमोह में 1 इंच पानी गिरा, जबकि जबलपुर में पौन इंच बारिश हो गई। खजुराहो, मंडला, सीधी में आधा इंच से ज्यादा बारिश हुई। धार, ग्वालियर, छिंदवाड़ा, नरसिंहपुर, नौगांव, रीवा, सिवनी, टीकमगढ़, उमरिया और मलाजखंड में भी बूंदाबांदी हुई। ऐसे में नदियों में उफान थम गया है। बांधों के गेट भी बंद किए जाने लगे हैं।
सीजन की 66% बारिश हुई, जबलपुर-भोपाल संभाग आगे
प्रदेश में सीजन की 66% यानी, 24.7 इंच बारिश हो गई है। जबलपुर संभाग में सबसे ज्यादा पानी गिरा है। मंडला में सबसे ज्यादा 37 इंच बारिश हो चुकी है, जबकि सिवनी में आंकड़ा 35 इंच पार हो चुका है। वहीं, रीवा संभाग के जिले पीछे चल रहे हैं।
अब तक 3.7 इंच बारिश ज्यादा
इस बार प्रदेश में मानसून की एंट्री 21 जून को हुई। अगले एक सप्ताह में पूरे प्रदेश में मानसून छा गया। डेढ़ महीने में प्रदेश में अच्छी बारिश हुई। इससे ढाई महीने का कोटा भी पूरा हो गया है। प्रदेश में अब तक 21 इंच बारिश होनी चाहिए, लेकिन औसत 24.7 इंच बारिश हो चुकी है। यानी, 3.7 इंच बारिश ज्यादा हो गई।
जबलपुर संभाग के सभी जिलों में अच्छी बारिश
अबकी बार जबलपुर संभाग के सभी जिलों में अच्छी बारिश हुई है। मंडला में 37.43 इंच पानी गिर चुका है, जो प्रदेश में सबसे अधिक है। सिवनी में 35 इंच बारिश हुई है। भोपाल संभाग के जिलों में भी तेज बारिश का दौर रहा। दूसरी ओर, रीवा संभाग सबसे पीछे है। यहां नॉर्मल से आधी बारिश ही हुई है।