Madhya pradesh indore indore christian esai religiont to hindu conversion: digi desk/BHN/इंदौर/ इंदौर शहर में हाल के महीनों में धर्म परिवर्तन के कई मामले सामने आए हैं। विशेषकर इस्लाम से हिंदू धर्म अपनाने की घटनाएं चर्चा का विषय बनी हुई हैं। हालांकि, धर्म परिवर्तन कोई नई बात नहीं है, लेकिन इन घटनाओं की आवृत्ति और पैमाने ने लोगों का ध्यान खींचा है। गुरुवार को भी देवास के एक ईसाई परिवार के पांच सदस्यों ने इंदौर के खजराना गणेश मंदिर में हिंदू धर्म अपनाया है। इससे पहले ज्यादातर मामले मुस्लिम समुदाय से जुड़े थे, लेकिन इस घटना ने एक नया आयाम जोड़ दिया है।
इस बार हिन्दू संगठनों के नेता नहीं पहुंचे
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बजरंग दल जैसे हिंदू संगठन इन धर्म परिवर्तन कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। ये संगठन धर्म परिवर्तन की प्रक्रिया में मदद, धार्मिक मार्गदर्शन और नव परिवर्तित लोगों को सहयोग प्रदान कर रहे हैं। हालांकि, हालिया ईसाई परिवार के धर्म परिवर्तन के दौरान इन संगठनों के शीर्ष नेताओं की अनुपस्थिति कई सवाल भी खड़े कर रही है।
सनातन धर्म से हुए प्रभावित
इंदौर में गुरुवार को एक ईसाई परिवार के पांच लोगों ने धर्म बदला है। ये सभी मूल रूप से देवास के हैं और कुछ समय से खजराना में रह रहे थे। परिवार में पति-पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा शामिल है। इनका कहना है कि हम सनातन धर्म से काफी प्रभावित हैं इसलिए घर वापसी की है। सुबह 11.30 बजे ये सभी खजराना स्थित पाटीदार धर्मशाला पहुंचे। यहां विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में शुद्धिकरण हुआ। फिर हवन पूजन के बाद ये सभी खजराना मंदिर पहुंचे और गणेशजी के दर्शन किए। अब इनके नाम एंजिल से आर्यन, रोजी से बुलबुल, मैरी से उषा, रोनाल्ड से राहुल और रुही से ऋतु हो गए हैं। इनमें रोजी की उम्र तीन वर्ष है।
ढाई महीने में 50 से ज्यादा मुसलमानों ने हिन्दू धर्म अपनाया
बता दें कि इससे पहले 50 से ज्यादा मुस्लिम अलग-अलग कार्यक्रमों में हिंदू धर्म अपना चुके हैं। ईसाई धर्म से जुड़ा यह संभवत: पहला मामला है। इंदौर में इससे पहले पिछले ढाई महीने में धर्म परिवर्तन के तीन कार्यक्रम हो चुके हैं। देखने वाली बात है कि अब 50 से ज्यादा मुस्लिमों ने धर्म बदला है। सभी कार्यक्रम खजराना गणेश मंदिर में ही हुए हैं। आज के इस चौथे कार्यक्रम में पहली बार किसी ईसाई परिवार ने हिंदू धर्म अपनाया है। इससे पहले 27 अप्रैल को 8 मुसलमानों ने हिंदू धर्म अपनाया फिर इसके बाद 28 जून को 35 मुसलमानों ने हिंदू धर्म अपनाया। एक सप्ताह पहले ही 14 मुसलमानों ने हिंदू धर्म अपनाया। यह सभी कार्यक्रम खजराना गणेश मंदिर में ही हुए।