दमोह
दमोह में सीजन में पहली बार मूसलाधार बारिश हुई। जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया। शहर की कई कालोनियां जलमग्न हो गईं तो कहीं कॉलेज की बाउंड्री वॉल गिर गई और कहीं गाडियां पानी में डूब गईं। 36 घंटे में दमोह जिले में 200 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
सीजन में पहली बार इतनी तेज बारिश हुई है कि कई कॉलोनियों में 5 फीट तक पानी भर गया और बाड़ जैसे हालात बन गए। सुभाष कॉलोनी, मुश्कीबाबा धाम के पास पानी भरने से घरों में फंसे 27 लोगों को एसडीआरएफ की टीम ने नाव से रेस्क्यू करके बाहर निकाला। केशवनगर के पास नाला के बाजू में अतिक्रमण होने के चलते पानी की निकासी नहीं हो पाई और बाउंड्रीवॉल गिर गई। इसी तरह केएन कालेज की बाउंड्री वॉल जमींदोज हो गई और वाहन स्टैंड का टीन शेड गिर गया। वहीं, वसुंधरा नगर में गाडियां पानी में डूब गईं।
जिले में अभी तक 357.9 मिमी बारिश दर्ज
जिले में इस वर्ष 1 जून से अभी तक 357.9 मिमी यानि 14 इंच औसत वर्षा दर्ज हुई है, जो अभी तक गत वर्ष से 36.8 मिमी यानि 1.4 इंच अधिक है। इसी अवधि में गत वर्ष 321.1 मिमी यानि 12.6 इंच औसत वर्षा दर्ज की गई थी। इस वर्ष अभी तक जिले में सबसे ज्यादा वर्षा दमोह में 558 मिमी दर्ज की गई है। हटा 385.4 मिमी, जबेरा में 184 मिमी पथरिया 496 मिमी, तेंदूखेड़ा 146.3 मिमी, बटियागढ़ 294 मिमी तथा पटेरा में 442 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। दैनिक वर्षा के तहत जिले में 49 मिमी यानि 1.9 इंच वर्षा दर्ज की गई है। बीते 24 घंटों के दौरान वर्षामापी केंद्र दमोह में 190 मिमी, हटा में 11.6 मिमी, जबेरा में 10 मिमी, पथरिया में 80 मिमी, तेंदूखेड़ा में 22.6 मिमी, बटियागढ़ में 2 मिमी तथा पटेरा में 27 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। जिले की औसत वार्षिक औसत वर्षा 1246.6 मिमी है।