Trivendra Rawat Resigns:digi desk/BHN/ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत (Trivendra Singh Rawat) ने आज (मंगलवार) अपने पद से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल बेबी रानी मौर्य (Baby Rani Maurya) को सौंपा। उन्होंने कहा कि सीएम के रूप में चार साल पूरा करने में 9 दिन रह गए थे। पार्टी ने मुझे स्वर्णिम अवसर दिए। इस्तीफा के कारण पूछने ने त्रिवेंद्र ने कहा कि इसके लिए मीडियो को दिल्ली जाना होगा। । ऐसे में कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या कारण है त्रिवेंद्र इस्तीफे का कारण नहीं बताना चाहते और पार्टी के हाईकमान भी कुछ कहने को तैयार नहीं है। राजनीतिक गलियारों में कहा जा रहा कि सीएम रावत की कार्यशैली सही नहीं थी, जो उनके लिए मुसीबत का कारण बनी। कई मंत्रियों और विधायकों ने अपनी नाराजगी भाजपा के बड़े नेताओं के सामने की थी।
विधायक थे बेहद नाराज
ऐसा कहा जा रहा कि बीजेपी विधायक सीएम त्रिवेंद्र रावत से बेहद नाराज थे। विधानसभा के बजट सत्र में गैरसैंण को कमिश्नरी बनाने के निर्णय पर विधायकों में गुस्सा दिखा। वहीं पार्टी के कई नेताओं ने भी इस फैसले का विरोध किया था।
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बिना चर्चा के और लोगों को विश्वास में लिए कई निर्णय लिए। जिसे मंत्री भी स्वीकार करना नहीं चाहते थे। एक तरह से रावत की कार्यशैली हमेशा से सवालों में रही। जबकि अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में पार्टी उनके चेहरे पर चुनाव लड़ने की स्थिति में नहीं है। आरएसएस की रिपोर्ट में त्रिवेंद्र के खिलाफ रही।
कैबिनेट के पदों को नहीं भरा
त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री बनने के बाद कैबिनेट के सभी 12 पदों को नहीं भरा था। दो मंत्री पद और मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर लगातार चर्चा हुई, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया। ऐसे कई मामलों में उनकी कार्यशैली लापरवाही भरी रही।