Neet 2024 bihar police preparing for narco test in neet paper leak case patna ranchi hazaribagh bjp rjd: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ नीट पेपरलीक केस में बिहार पुलिस के हाथ कई ऐसे सुराग हाथ लगे, जिसमें यह स्पष्ट हो गया कि गड़बड़ी की शुरुआत झारखंड के हजारीबाग से हुई। यहां से पेपरलीक हुआ और पटना में माफिया के पास आया। अब बिहार पुलिस सभी 13 आरोपियों की नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है।
बिहार पुलिस की जांच टीम ने सभी सबूत शिक्षा मंत्रालय को सौंप दी। अब इसी के आधार पर शिक्षा मंत्रालय ने सीबीआई को इस मामले की जांच करने की जिम्मेदारी दी। सीबीआई ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया और मामले की जांच में जुट गई। टीम बिहार पुलिस से भी संपर्क में है। इधर, बिहार पुलिस की टीम अब इस मामले गिरफ्तार हुए सभी 13 आरोपियों के नार्को टेस्ट कराने की तैयारी में है। बिहार पुलिस की टीम ने झारखंड के देवघर में छापेमारी कर मास्टरमाइंट संजीव मुखिया के रिश्तेदार चिंटू कुमार समेत छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चिंटू के अलावा बिट्टू, पंकू, काजू, राजीव और अजीत कुमार के रूप में इनकी पहचान हुई है। पंकू को छोड़कर सभी नालंदा के रहने वाले हैं। पुलिस टीम इन सभी से पटना में पूछताछ कर रही है।
आरोपियों की नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग
बिहार पुलिस सूत्रों की मानें तो जांच टीम 13 आरोपियों की नार्को एनालिसिस और ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराने की मांग शिक्षा मंत्रालय से करेगा। इतना ही नहीं जिस फ्लैट से नीट का जला हुआ पेपर मिला था, वह पेपर भी पुलिस ने एनटीए को सौंप दिया था। अब इस जले हुए पेपर का मिलान करने के लिए मूल पेपर जांच टीम को दे दिया है। दरअसल, बिहार पुलिस से जब यह मामला आर्थिक अपराध इकाई के पास आया तो उसने जलने से बचे टुकड़ों को जोड़कर प्रश्नपत्रों में से 74 प्रश्न निकाले। इसके साथ ही प्रश्न का एक बुकलेट नंबर (6136488) भी। इसी बुकलेट का पेपर पटना में माफिया के वॉट्सऐप पर आया था, वो बुकलेट झारखंड के हजारीबाग स्थित ओएसिस स्कूल को मिला था। इतना ही नहीं बुकलेट जिस बक्से में स्कूल पहुंचा था, उससे भी छेड़छाड़ हुई थी। यह जांच में स्पष्ट हो गया है।
इधर, उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने फिर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमला बोला। तेजस्वी द्वारा दिए गए संजीव मुखिया की नेताओं के साथ वाली तस्वीर जारी करने वाले बयान पर पलटवार करते हुए अगर दम है तो 24 घंटा के भीतर तेजस्वी यादव साक्ष्य को सार्वजनिक करें और ब्लैकमेलर बनकर लोगों को धमकाना और डराना बंद करें। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की भाषा ब्लैकमेलर जैसी है। वह प्रशासन को डरा धमका रहे हैं। इससे पहले डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा था कि तेजस्वी यादव को स्पष्ट करना चाहिए कि क्या प्रीतम कुमार अभी भी उनके पीएस हैं और उन्हें यह भी स्पष्ट करना चाहिए कि सिकंदर प्रसाद यादवेंदु कौन हैं? जब लालू प्रसाद यादव रांची में जेल गए थे, तब सिकंदर प्रसाद यादवेंदु हुआ करते थे। लालू की सेवा में वह रहते थे। सिकंदर सिंचाई विभाग में जेई थे। विजय सिन्हा ने आरोप लगाया कि वह लोगों के भविष्य के साथ खेलते हैं जब वे सत्ता में होते हैं तो घोटाले करते हैं और नियुक्ति प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश करते हैं।
परीक्षार्थी अनुराग यादव के कबूलनामे के बाद तस्वीर साफ हो गई थी
बता दें कि हाल में ही नीट पेपर लीक मामले में बिहार पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की थी। पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने 6 पोस्ट-डेटेड चेक बरामद किए थे, जिनके बारे में शक है कि ये चेक माफिया के पक्ष में जारी किए गए थे, जो पिछले महीने आयोजित नीट से पहले कथित रूप से लीक हुए पेपर की मांग करने वाले हर उम्मीदवार से 30 लाख रुपये से अधिक की मांग कर रहे थे। वहीं बिहार पुलिस ने जिस अनुराग यादव नाम के परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया था, उसका कबूलनामा सामने आया था। उसने स्पष्ट कहा था कि उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था। कहा था कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुका है। इसके बाद चार मई की रात पटना के एक रेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया। इनलोगों ने मुझे नीट के परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दिया। रात भर में पेपर रटवाया गया।
अब तक नीट पेपर लीक केस में गिरफ्तार किए गए प्रमुख आरोपियों के नाम
- सिकंदर यादवेंदु
- बिट्टू
- नीतीश
- अमित आनंद
- आयुष (परीक्षार्थी)
- अनुराग (परीक्षार्थी)
- चिंटू
- पंकू
- काजू
- राजीव
- अजीत कुमार