Chhattisgarh raipur cg news fierce protest taking place in dussehra grounds thousands of people vandalized: digi desk/BHN/रायपुर/ छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार में सतनामी समुदाय के प्रदर्शन के दौरान सोमवार को जमकर बवाल हो गया। लोगों ने कलेक्ट्रेट में खड़ी अधिकारियों की गाड़ियों में तोड़फोड़ की, बल्कि कलेक्ट्रेट, तहसील और जिला पंचायत कार्यालय में भी आग लगा दी।
इस बवाल के दौरान प्रदर्शनकारियों ने पथराव भी दिया। प्रदर्शनकारियों को रोकने में पुलिस नाकाम रही। बता दें कि करीब तीन से चार हजार की संख्या में सतनामी समाज के लोग पहुंचे हुए थे। हालात लगातार बिगड़ने पर राजधानी से भी बड़ी संख्या में फोर्स मौके पर भेजे गए हैं।
इसलिए बिगड़े हालात
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। लोगों का आरोप है कि पकड़े गए लोग असली आरोपित नहीं हैं। समाज के लोगों द्वारा स्थानीय पुलिस पर असली दोषियों को बचाने का आरोप लगा रहे। बताया जा रहा है कि सोमवार को प्रदर्शन के दौरान लोग इसी बात को लेकर आक्रोशित हो गए और हालात बिगड़ते चले गए।
क्या है जैतखाम
बता दें कि जैतखाम छत्तीसगढ़ की बोली भाषा का शब्द है। जैत यानी जय और खाम यानी खंभा, जैतखाम मूलरूप से सतनामी पंथ के ध्वज का नाम है जो उनके संप्रदाय का प्रतीक है।
आमतौर पर सतनाम समुदाय के लोग मोहल्ले या गांव में किसी चबूतरे या प्रमुख स्थल पर खंभे में सफेद झंडा लगाते हैं। छत्तीसगढ़ में सबसे बड़ा जैतखाम गिरौधपुरी में है। इसकी ऊंचाई 77 मीटर है यह कुतुब मीनार से भी ऊंचा हैं।
अपनी जान बचाकर भागे पुलिसकर्मी
पथराव के दौरान पुलिसकर्मी खुद की जान बचाकर कार्यालयों में छिपे रहे। बताया जा रहा है कि भीड़ उग्र हो रही थी, लेकिन लाठीचार्ज के आदेश नहीं मिले। इसके चलते पुलिसकर्मियों को वहां से भागना पड़ा।
दमकल की गाड़ियों में भी की तोड़फोड़
बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी इमारतों पर चढ़ गए और जमकर उत्पात मचाया। आगजनी की खबर पर दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची तो दमकल वाहनों में भी हमला बोल दिया गया। इस दौरान दमकल गाड़ियों में तोड़फोड़ करते हुए कई गाड़ियों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया।
डिप्टी सीएम ने न्यायिक जांच की थी घोषणा
रविवार को उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा जैतखाम में हुई तोड़फोड़ मामले की न्यायिक जांच कराने की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि प्रदेश में कहीं भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ाने वाली घटनाओं को बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ऐसे कृत्य करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने सभी से सामाजिक सौहार्द्र बनाए रखने की अपील भी की थी। बावजूद इसके सोमवार को समाज द्वारा प्रदर्शन उग्र्र हो गया और ये बड़ी घटना हो गई।
कलेक्टर एसपी ने ली थी शांति समिति की बैठक
तीन दिन पहले ही बलौदाबाजार कलेक्टर केएल चौहान और एसएसपी सदानंद कुमार ने शांति समिति की बैठक ली थी। इसमें सभी समाज के लोग और प्रमुख शामिल हुए थे। कलेक्टर ने सभी समाज प्रमुखों से शांति और सौहाद्र बनाए रखने की अपील की थी।
साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस पूरे मामले की मजिस्ट्रिलयल जांच कराई जाएगी। लोगों ने मजिस्ट्रियल जांच पर सहमति भी दी थी। इसके बावजूद सोमवार को सतनामी समाज के लोग सीबीआई जांच की मांग को लेकर प्रदर्शन किया और भीड़ ने उग्र रूप धारण कर लिया।