- -सोना हुआ सस्ता
- -45 हजार के नीचे आ सकती है सोने की कीमत
- -सोना में गिरावट की प्रमुख वजहें
Gold Price Today:digi desk/BHN/ यदि आप सोना खरीदने (gold rate) का मन बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए खास है. जी हां… मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर अप्रैल डिलीवरी वाला सोना सप्ताह के पहले दिन सोमवार को 138 रुपये की तेजी के साथ खुला. सुबह साढ़े 11 बजे की बात करें तो पीली धातु 117 रुपये की तेजी के साथ 46314 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था. सुबह के सत्र में इसने 46366 रुपये का उच्चतम और 46238 रुपये का न्यूनतम स्तर छूने का का काम किया.
आज सुबह जून डिलीवरी वाला सोना 110 रुपये की तेजी के साथ 46450 रुपये पर कारोबार कर रहा था. इसी तरह मार्च डिलीवरी वाली चांदी 422 रुपये की तेजी के साथ 69434 रुपये प्रति किलो के भाव पर ट्रेड करता नजर आया. इधर वेंचूरा सिक्योरिटीज के हेड ऑफ कमोडिटीज एन एस रामास्वामी ने सोने की कीमत को लेकर जो बात कही है उससे खरीदारी करने वालों को लाभ पहुंच सकता है. उन्होंने कहा कि सोने की कीमतों में नरमी का रुख नजर आ रहा है.
रामास्वामी ने कहा है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमत 45 हजार रुपये से नीचे आ सकती है. अंतरराष्ट्रीय मार्केट में सोने में आज कुछ सुधार होता नजर आ रहा है. पिछले सत्र में यह सात महीने के न्यूनतम स्तर पर पहुंच चुका था. यहां चर्चा कर दें कि कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल सोना अगस्त के महीने में अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गया था. सोना निवेशकों के लिए सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में उभरा था. लेकिन जब से कोरोना के टीके की घोषणा हुई, इसके कीमत में कमी आनी शुरू हो गयी. आज जब वैक्सीनेशन का काम पूरे जोर-शोर से पूरी दुनिया के साथ-साथ भारत में भी चल रहा है, सोने की कीमत 46 हजार से भी नीचे आ गयी है.
हाई लेवल पर पहुंचा था सोना : पिछले साल शुद्ध सोना 56200 रुपये प्रति दस ग्राम के अपने सबसे ऊंचे स्तर पर था. वहां से देखें तो छह महीने में सोना लगभग 19 प्रतिशत सस्ता हो गया है. पिछले सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन शुक्रवार को सोने की कीमत 45568 रुपये प्रति दस ग्राम पर पहुंच गयी. इस तरह सोना पिछले छह महीने में करीब 10600 रुपये से अधिक सस्ता हो चुका है. विशेषज्ञों ने कहना है कि निवेशकों के लिए यह निवेश का अच्छा मौका है. और ऐसी उम्मीद है कि अगले छह माह में सोना 50 हजार को पार कर जायेगा.
सोना में गिरावट की प्रमुख वजहें
- -अमेरिका ट्रेजरी यील्ड में तेजी देखने को मिल रही है और यह अपने 11 महीने के हाई पर पहुंच गया है.
- -कोरोना वायरस के मामले दुनियाभर में कम होने के साथ-साथ इकोनॉमिक रिकवरी देखने को मिल रही है.
- -कोविड-19 वैक्सीनेशन के चलते इक्विटी मार्केट में तेजी का रुख है