- थाने पर एक आरोपित की मौत
- स्वजनों ने शव रख किया हंगामा
- विधायक ने स्वजनों से चर्चा की
Madhya pradesh dhar dhar news gambler died in rajgarh police station relatives created ruckus by keeping dead body: digi desk/BHN/राजगढ़ (धार)/ नगर में मंगलवार को जुआ चल रहा था। इसकी सूचना राजगढ़ पुलिस को मिली तो तुरंत ही मौके पर पहुंची। इस दौरान पुलिस ने 8 आरोपितों को मौके से गिरफ्तार कर राजगढ़ थाने में अभिरक्षा लिया गया। यहां पर एक व्यक्ति का स्वास्थ्य खराब हो गया। इस दौरान उसकी पुलिस के अभिरक्षा में ही मौत हो गई। इससे आक्रोशित स्वजन ने थाने के सामने करीब 2 घंटे तक शव को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। हत्या का आरोप स्वजनों ने पुलिस पर लगाया। साथ ही थाने परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करने की मांग करते हुए हत्या के आरोपितों को पर कार्रवाई की मांग की है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक 45 वर्षीय राकेश बाबूलाल जैन मंगलवार दोपहर करीब 3:30 बजे शनी गली स्थित एक मकान में अपने अन्य साथियों के साथ में जुआ खेल रहे थे। इस दौरान राजगढ़ पुलिस थाने से सब इंस्पेक्टर सहित टीम ने दबिश दी। इसमें राकेश सहित 8 लोगों को गिरफ्तार कर पुलिस थाने पर लाया गया। इसके बाद पुलिसकर्मियों द्वारा पकड़े गए आरोपितों से नगदी सहित अन्य सामान जब्त किया गया।
स्वजनों के अनुसार पुलिस द्वारा राकेश के साथ मारपीट की गई। इससे राकेश का स्वास्थ्य खराब होने लगा और सीने में दर्द होने लगा। जब राकेश के साथियों ने राकेश का उपचार कराने के बात कही तो पुलिस ने उनकी बात नहीं सुनते हुए उल्टा फटकार लगाई। इस दौरान राकेश का स्वास्थ्य ज्यादा बिगड़ने के कारण वह बेसुध हो गया। इसके बाद राकेश को सरदारपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। यहां डाक्टरों ने इसका परीक्षण कर मृत घोषित कर दिया। इसके बाद अक्रोशित होकर स्वजन राजगढ़ पुलिस थाने पर शव को लेकर पहुंचे। यहां पुलिस थाना परिसर स्थित चैनल गेट के सामने मृतक का शव रखकर दो घंटे तक विरोध प्रदर्शन किया।
सूचना मिलते ही सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत सिंह बाकलवार मौके पर पहुंचे। यहां ग्रेवाल ने स्वजनों से चर्चा की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बाकलवार सहित अन्य आला अधिकारी से बातचीत कर मामले की न्यायिक जांच कर दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस दौरान स्वजनों द्वारा पुलिस को एक ज्ञापन भी सौंपा गया। इसमें मांग की गई कि पुलिस थाना में मौजूद सीसीटीवी कैमरे का रिकार्ड जब्त किया जाए। साथ ही मामले में दोषियों पर निलंबन की कार्रवाई कर मृतक परिवार को 25 लाख की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। खबर लिखे जाने तक स्वजनों सहित समाज के लोगों द्वारा विरोध प्रदर्शन जारी था।