नई दिल्ली
4 जून को 400 पार। लगातार तीसरी बार देश की सत्ता पर काबिज होने के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) इस नारे का खूब इस्तेमाल कर रही है। उसकी पूरी कोशिश यह नैरेटिव सेट करने की है कि एनडीए को 400 से ज्यादा सीटें मिलेंगी या कम। वहीं, विपक्षी दलों का दावा है कि नरेंद्र मोदी इस बार अपने टारगेट और पीएम की कुर्सी से दूर रह जाएंगे। दो दर्जन से अधिक विपक्षी दलों वाले गठबंधन को कितनी सीटें मिलेंगी इसकी भविष्यवाणी भले ही नहीं की जा रहीं, लेकिन राहुल गांधी से अरविंद केजरीवाल तक ने भाजपा को लेकर अपना अनुमान जाहिर किया है।
राहुल गांधी की क्या है भविष्यवाणी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और विपक्षी गठबंधन में पीएम पद के सबसे प्रबल दावेदार राहुल गांधी की भविष्यवाणी है कि भाजपा 150 या इससे कम सीटें ही जीत पाएगी। राहुल गांधी ने पिछले दिनों एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पहले उन्हें लग रहा था कि भाजपा 180 तक जा सकती है, लेकिन अब लग रहा है कि 150 तक ही जीत सकती है। झारखंड की एक चुनावी रैली में भी उन्होंने कहा कि भाजपा 150 सीटें नहीं जीत पाएगी। हालांकि, इंडिया गठबंधन को कितनी सीटें मिल पाएंगी इस पर वह कोई निश्चित आंकड़ा तो नहीं देते लेकिन यह विश्वास जताते हैं कि कांग्रेस की अगुआई में सरकार बनने जा रही है।
राहुल के अनुमान से ज्यादा केजरीवाल ने दीं सीटें
कथित शराब घोटाले में गिरफ्तारी के बाद 50 दिन तिहाड़ जेल में बिताकर लौटे अरविंद केजरीवाल ने भी भाजपा को लेकर भविष्यवाणी कर दी है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई बड़े दावे करते हुए केजरीवाल ने भाजपा के सत्ता से दूर होने का दावा किया। उन्होंने चुनावी विशेषज्ञों से बातचीत का हवाला देते हुए कहा, 'मेरा अपना आकलन है कि 4 जून के बाद मोदी सरकार नहीं बन रही है। हरियाणा में इनकी सीटें कम हो रही है, राजस्थान, कर्नाटक, दिल्ली, बिहार, महाराष्ट्र, बंगाल, झारखंड में सीटें कम हो रही हैं। बढ़ कहां रही है। बढ़ एक भी जगह नहीं रही। मेरा अपना मानना है और सट्टा बाजार में भी चल रहा है कि इनकी 220 से 230 सीटें से ज्यादा नहीं आ रही हैं। मोदी सरकार नहीं बन रही है, इंडिया गठबंधन की सरकार बन रही है।'
राहुल के मुकाबले 70-80 सीटें ज्यादा दे रहे केजरीवाल
एक तरफ राहुल गांधी भाजपा को अधिकतम 150 सीटें दे रहे हैं तो केजरीवाल के मुताबिक भगवा दल 230 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। इस लिहाज से देखें तो केजरीवाल ने राहुल गांधी के मुकाबले अधिक उदारता बरती है। 150 से 400 तक के दावों के बीच अब यह देखना दिलचस्प होगा कि 4 जून को किसी बात सच होती है।