मुंगेर
मुंगेर लोकसभा क्षेत्र में 13 में को वोटिंग है। मतदान से 8 दिन पहले मुंगेर क्षेत्र में पढ़ने वाले मोकामा के पूर्व विधायक और इलाके के दबंग बाहुबली अनंत सिंह को पैरोल पर जेल से रिहा किया गया है। बीमारी और जमीन का बंटवारा के नाम पर उन्हें जेल से छोड़ा गया है। इस बीच अनंत सिंह जनता से मिल रहे हैं। उन्होंने कहा है कि खुली हवा में सांस लेना अच्छा लग रहा है। इतना ही नहीं उन्होंने जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश कुमार के चहते ललन सिंह को चार लाख मतों से जिताने का ऐलान कर दिया है।
रविवार को सुबह लगभग 4:30 बजे अनंत सिंह को बेऊर जेल से निकाला गया। एंबुलेंस पर बैठाकर उन्हें बाहर लाया गया। बाहर आते ही वह अपने निजी कार पर सवार होकर निकल गए। इससे पहले उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया। रास्ते में जगह-जगह फूलों से उनका अभिनंदन किया गया। कई स्थानों पर जेसीबी से उनपर फूलों की बारिश की गई। जेल से छूटते ही अनंत सिंह रोड शो में शामिल हो गए और अपने समर्थकों के साथ घुल मिल गए। उनके काफिले में सैकड़ो गाड़ियां मौजूद थी। छूटने से पहले ही बेऊर जेल के बाहर उनके सैकड़ो समर्थक जुट गए थे। बाहर आते ही फूल माला से लाभ दिया।
अनंत सिंह को जेल से 15 दोनों का पैरोल मिला है। इस दौरान उन्हें अपने गांव जाकर बंटवारा करना है। मीडिया से बातचीत में अनंत सिंह ने कहा कि जेल से बाहर आकर खुली हवा में सांस लेना बहुत अच्छा लग रहा है। पहले जनता से मिलेंगे फिर बंटवारा करेंगे। इसी दौरान उन्होंने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि मुंगेर के लोकसभा प्रत्याशी ललन सिंह को 4 लाख वोट से जिताएंगे। चुनाव से ठीक पहले अनंत सिंह को पैरोल पर जेल से बाहर निकलना सियासी चर्चा का विषय बना हुआ है। हालांकि, इसकी स्वीकृति बिहार सरकार के गृह मंत्रालय से दी गई है। लेकिन, चर्चा का बाजार गर्म है कि चुनाव में ललन सिंह को मदद करने के लिए उन्हें बाहर लाया गया है। अनंत सिंह की विधायक पत्नी नीलम देवी पहले से ललन सिंह के प्रचार में जुटी हैं और मुंगेर के लोगों से वोट मांग रही हैं।
दरअसल, मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह आर्म्स एक्ट के समेत कई आपरधिक वारदातों के अभियुक्त हैं। उनके घर से एके 47 बरामद किया गया था। पटना की एमपी-एमएलए कोर्ट ने 10 साल की सजा सुनाई है। कोर्ट के फैसले के बाद उनकी विधायकी भी चली गई। वह 2020 में आरजेडी के टिकट पर चुनाव जीते थे। वहीं उपचुनाव में उनकी पत्नी नीलम देवी भी आरजेडी के सिंबल पर जीत गईं थी। हालांकि नीतीश सरकार के फ्लोर टेस्ट से समय नीलम देवी ने पाला बदल दिया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ चली गईं। वहीं, सजा मिलने के बाद से अनंत सिंह बेऊर जेल में बंद हैं। पिछले दिनों तबीयत बिगड़ने के बाद उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब पैरोल मिलने के बाद वह 15 दिनों के लिए छोड़ा गया है।