Rajya Sabha News:digi desk/BHN/ कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद समेत जम्मू कश्मीर के 4 राज्यसभा सांसदों का कार्यकाल खत्म हो गया है। उनके साथ बिताए हुए कुछ पलों को याद करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आज भावुक हो गए। प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रीमान गुलाम नबी आजाद जी, श्रीमान शमशेर सिंह जी, मीर मोहम्मद फैयाज जी, नादिर अहमद जी मैं आप चारों महानुभावों को राज्यसभा की शोभा बढ़ाने के लिए और आपके खास अनुभवों का लाभ देने के धन्यवाद देता हूं। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने गुलाम नबी आजाद के साथ बिताए पलों को याद करते हुए कहा कि शायद ही कोई ऐसी घटना हो, जिसमें हम दोनों के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ हो।
प्रधानमंत्री ने बताया आतंकी हमले का किस्सा
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि एक बार आतंकियों ने हमला कर दिया तो सबसे पहले मेरे पास गुलाम नबी जी का फोन आया था और वह फोन सिर्फ सूचना देने के लिए नहीं किया था, फोन पर बात करते समय ही उनके आंसू नहीं रूक रहे थे। प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि उस समय प्रणब मुखर्जी देश के रक्षा मंत्री थे, मैंने प्रणब दा को फोन किया था कि अगर कोई हवाई जहाज मिल जाए तो शवों को लाने के लिए तो उन्होंने कहा कि आप चिंता मत कीजिए, तभी रात में मेरे पास गुलाब नबी जी का फोन आया।
तब वे एयरपोर्ट पर ही थे और गुलाब नबी जी ने परिवार के किसी सदस्य के भांति पूरी चिंता के साथ उस समय काम किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मुझे चिंता इस बात की है कि गुलाम नबी जी के बाद इस पद को जो संभालेंगे, उनको गुलाम नबी जी से मैच करने में बहुत दिक्कत आ सकती है क्योंकि गुलाम नबी जी सिर्फ अपने दल की ही चिंता नहीं करते थे, बल्कि देश की भी चिंता करते थे।