दो छात्रों को स्थानीय ग्रामीणों ने बचाया, गोताखोरों की मदद से मिला युवक का शव
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बाबूपुर चौकी अंतर्गत नैना-सगमनिया स्थित पत्थर की पुरानी अवैध खदान में भरे पानी में नहाते समय पैर फिसल जाने से गुरूवार की सुबह तीन स्कूली छात्र डूब गये। सूचना मिलने पर बाबूपुर चौकी प्रभारी पुलिस बल सहित मौके पर पहुंचे। कोलगवां पुलिस भी गोताखोर दल के साथ घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस द्वारा ग्रामीणों की मदद से खदान में डूबे दो बच्चों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया, जबकि एक छात्र आयुष मिश्रा पिता पुष्पेंद्र मिश्रा उम्र 17 वर्ष निवासी संत नगर बगहा थाना सिविल लाइन। की मौत हो गई।
शोर सुनकर पहुंचे ग्रामीण, दो को बचाया
बाबूपुर चौकी पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक गुरूवार को करीबन सुबह साढ़े 10 बजे आयूष मिश्रा 16 वर्ष, पुष्पेन्द्र सिंह चौहान 17 वर्ष, प्रियांशु पाण्डेय 16 वर्ष नहाने के लिये नैनासगमनिया की अवैध खदान पहुंचे। नहाते समय गहरे पानी में पहुंचने पर तीनों बच्चेे डूबने लगे, शोर मचाने पर पास ही मछली मार रहे युवक ने दौड़कर खदान में छलांग लगा दी। छात्र पुष्पेंद्र चौहान पिता अभय चौहान उम्र 17 वर्ष निवासी बगहा थाना सिविल लाइन व बचा छात्र प्रियांशु पांडे पिता राजेन्द्र पांडे उम्र 17 वर्ष निवासी बरदाडीह थाना कोलगवां को बचाया जा सका।
अलग-अलग स्कूल में करते थे पढ़ाई
बताया गया कि तीनों छात्र अलग- अलग स्कूल में 12 वी की पढ़ाई कर रहे थे लेकिन बचपन मे एक ही स्कूल में पढ़ाई के दौरान तीनों छात्रों के बीच गहरी दोस्ती थी।। जिसके चलते आज सुबह तीनो छात्र सुबह 7 बजे अपने अपने घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकले और स्कूल से गोल मारकर सर्किट हाउस में मिलकर पहले पार्को में बैठकर अपना समय काटा व दोपहर तकरीबन 11 बजे नहाने जाने के उद्देश्य से छात्र पुष्पेंद्र चौहान की मोटरसाइकिल में बैठकर नैना सगमनिया स्थित अवैध खदान पहुंचे व नहाने के लिए कपड़ेे उतारकर तीनों छात्र खदान के बीच जा पहुंचे व कुछ देर में तीनों छात्र डूबने लगे तो छात्रों ने जोर जोर से चिल्लाना सुरु किया तो कुछ दूरी में मछली मार रहा युवक तैरते हुए दो छात्रों को बचाकर निकल लिया।
एचडीआरएफ की मदद से निकाला शव
घटना की जानकारी एचडीआरएफ को दी तो मौके में पहुंची एचडीआरएफ ने बोट के सहारे छात्र को खोजने का प्रयास लगभग तीन घण्टे तक स्थानीय ग्रामीणों के साथ करता रहा लगभग 3,30 बजे स्थानीय युवक द्वारा खदान के बीच लगभग 12 फिट नीचे पत्थरो के बीच फंसे छात्र को खोज निकाला लेकिन गहराई से जाकर पत्थरो के बीच फंसे छात्र को निकालने में स्थानीय ग्रामीण व एचडीआरएफ टीम को काफी दिककत्ते आ रही थी तभी मृतक के परिजनों के बीच से एक रिस्तेदार बीच खदान में उतरे व एक लाठी के सहारे तीन स्थानीय ग्रामीणों के सहारे गहरे पानी के अंदर पत्थरो के बीच फंसे छात्र को बाहर निकाल लाया।
इकलौती संतान था छात्र, परिजनों को रो-रोकर बुरा हाल
मृतक छात्र के बाहर निकलते ही परिजनों के बीच जोर जोर से हाहाकार मच गया। मृतक छात्र को तत्काल निजी वाहन से परिजन जिला अस्पताल लेकर पहुंचे जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतक छात्र अपने मां- बाप का इकलौता बेटा था। बेटे की मौत से आहत मां की रो रो कर बुरी स्थित बनी रही। घटना को लेकर परिजनों में भारी अक्रोश देखने को मिला। काफी देर तक छात्र को खोज न पाने व गोताखोरों को न पहुंच पाने से नाराज थे परिजन। मृतक छात्र का शव मिलने के बाद अस्पताल लाने के लिए न तो 108 मौके में मौजूद थी न ही शव वाहन जिसको लेकर परिजनों में भारी आक्रोश देखने को मिला। मृतक छात्र का कोलगवां पुलिस ने पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।