पटना
बिहार की कटिहार लोकसभा सीट को लेकर सस्पेंस खत्म हो चुका है। आरजेडी सांसद अशफाक करीम ने इस सीट से चुनाव लड़ने से इनकार दिया है। बता दें कि कटिहार सीट महागठबंधन के घटक दल कांग्रेस के खाते में चली गई थी। कांग्रेस ने इस सीट से तारिक अनवर को मैदान में उतारा है। आरजेडी सांसद अशफाक करीम कांग्रेस को सीट दिए जाने से नाराज चल रहे थे। उन्होंने इस सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। कयास लगाया जा रहा है कि आरजेडी आलाकमान ने इस मुद्दे पर अशफाक करीम से बात की और किसी तरह उन्हें मनाया। बता दें कि शुरू से ही पूर्णिया और कटिहार सीट पर महागठबंधन में कांग्रेस व आरजेडी के बीच पेच फंसा हुआ था। महागठबंधन में सीट शेयरिंग के बाद कटिहार सीट कांग्रेस के खाते में गई।
गुरुवार को अशफाक करीम ने घोषणा करते हुए कहा कि वह कटिहार सीट से चुनाव नहीं लड़ेंगे। आरजेडी महासचिव समरेंद्र कुणाल ने भी कहा है कि अशफाक करीम चुनाव नहीं लड़ेंगे। अब कटिहार में कांग्रेस उम्मीदवार तारिक अनवर और जदयू के दुलाल चंद्र गोस्वामी के बीच सीधी लड़ाई देखने को मिलेगी। बता दें कि अशफाक करीम ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन के लिए नाजिर रसीद तक कटा ली थी। कटिहार सीट के लिए दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
गौरतलब है कि अशफाक करीम ने 2000 में कांग्रेस के टिकट पर बारसोई से विधानसभा चुनाव लड़ा था। 2009 के लोकसभा चुनाव में उन्हें लोजपा ने टिकट दिया था। हालांकि दोनों ही बार अशफाक करीम को हार का सामना करना पड़ा। अशफाक करीम का राज्यसभा में करीब 10 दिन और कार्यकाल शेष है। वो कटिहार मेडिकल कालेज के प्रबंध निदेशक होने के साथ ही ये निजी क्षेत्र की अल करीम विश्वविद्यालय के कुलाधिपति भी हैं।