Netaji Subhas Chandra Bose Jayanti:digi desk/BHN/ आज पूरा देश नेताजी सुभाषचंद्र बोस को उनकी 125वीं जन्मजयंती पर याद कर रहा है। भारत सरकार ने इस दिन को पराक्रम दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती वर्ष के मौके पर आयोजित कई कार्यक्रमों उद्घाटन करने व इसमें हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कोलकाता में हैं। पराक्रम दिवस समारोह में सियासी संग्राम दिखा। नेताजी के जयंती समारोह में अजीब स्थिति उत्पन्न हुई। पराक्रम दिवस समारोह के कार्यक्रम में ममता बनर्जी नाराज हुई। ममता ने बोलने से इनकार किया। ममता ने कहा कि कार्यक्रम में बुलाकर किसी का अपमान करना ठीक नहीं। ममता बनर्जी मंच से बिना भाषण दिए लौटीं। ममता ने सिर्फ जय हिंद जय बांग्ला बोला। मंच पर पहुंचते ही जय श्रीराम के नारे लगे। इसी से ममता नाराज हो गईं।
इससे पहले, प्रधानमंत्री विक्टोरिया मेमोरियल पहुंच गए। इस दौरान उनके साथ सीएम ममता बनर्जी और राज्यपाल धनखड़ भी मौजूद हैं। पीएम मोदी मेमोरियल हॉल में कुछ ही देर में ‘पराक्रम दिवस’ समारोह के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता की। इस दिन सिर्फ कार्यक्रम ही नहीं बल्कि विक्टोरिया मेमोरियल में दो नए गैलरी का भी पीएम उद्घाटन किया। एक गैलरी नेताजी को लेकर तैयार किया गया है, जिसका नाम निर्भीक सुभाष रखा गया है। दूसरी गैलरी देश के अन्य स्वतंत्रता आंदोलनकारियों को लेकर तैयार की गई है जिसका नाम विप्लवी भारत रखा गया है। इस अवसर पर पीएम मोदी एक स्थायी प्रदर्शनी और नेताजी पर एक प्रोजेक्शन मैपिंग शो का भी उद्घाटन पीएम मोदी ने किया। प्रधानमंत्री नेताजी की चिट्ठियों से जुड़ी एक किताब का भी विमोचन किया। पीएम द्वारा एक स्मारक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया गया। नेताजी की थीम पर आधारित एक सांस्कृतिक कार्यक्रम ‘आमरा नूतन जिबनेरी’ भी आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम से पहले प्रधानमंत्री मोदी कोलकाता में ही नेशनल लाइब्रेरी (राष्ट्रीय पुस्तकालय) का भी दौरा किया। यहां एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन ’21वीं सदी में नेताजी सुभाष की विरासत का फिर से दौरा’ सहित कई कार्यक्रमों और एक आर्ट गैलरी व चित्र प्रदर्शनी का पीएम उद्घाटन किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी ने कलाकारों और सम्मेलन के प्रतिभागियों के साथ बातचीत भी की।