fighters being skilled anti naxal traning school:digi desk/BHN/ केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल(सीआरपीएफ) की पहली महिला बटालियन(बस्तरिया) को प्रशिक्षित करने वाले सरगुजा के एंटी नक्सल ट्रेनिंग स्कूल में सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई के लिए तैयार हो रहे हैं। इसके तहत 196वीं बटालियन के जवानों को बस्तर में उतारने से पहले नक्सलियों के हर पैंतरे को विफल करने दक्ष बनाया जा रहा है।
ट्रेनिंग में भौगोलिक रूप से कठिन परिस्थिति में आपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम देने की बारीकियों भी जवान सीख रहे हैं। उन्हें अत्याधुनिक हथियारों के संचालन में दक्ष बनाया जा रहा है। यह बटालियन पूर्व में झारखंड प्रदेश में सेवारत थी। वहां से बटालियन के अधिकारी व जवानों को अंबिकापुर से लगे ग्राम केपी की पहाड़ी पर स्थित एंटी नक्सल ट्रेनिंग स्कूल में भेजा गया है। यहां वे बस्तर के भौगोलिक परिस्थितियों और पूर्व में हुए नक्सली घटनाओं को आधार बनाकर नक्सलियों को पस्त करने के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से पूरी तरह तैयार हैं।
दो बटालियन के कमांडेंट की निगरानी में प्रशिक्षण
एंटी नक्सल ट्रेनिंग स्कूल में सीआरपीएफ 62वीं बटालियन के कमांडेंट बी. वीर राजू और 196वीं बटालियन के कमांडेंट विरसा ओरांव लगातार अधिकारी, जवानों के बीच रहकर प्रशिक्षण में सहभगी बन रहे हैं। इन दोनों कमांडेंट को सफल आपरेशनों को अंजाम देने का लंबा अनुभव है।