नई दिल्ली
लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी अब तक दो लिस्ट जारी (Loksabha Election 2024) कर चुकी है. दोनों लिस्टों में 276 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया जा चुका है. खास बात यह है कि पार्टी ने इस बार करीब 21% मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है. सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी ने संभावित सत्ता विरोधी लहर को ध्यान में रखते हुए बनाई गई रणनीति के तहत और जमीनी फीडबैक के बाद उम्मीदवारों के नामों पर मुहर लगाई है. आगामी लोकसभा चुनावों में अपने दम पर 370 सीटें जीतने के लक्ष्य के तहत उम्मीदवारों का चयन भी काफी अहम है. पार्टी का 2019 की तुलना में 67 सीटें ज्यादा जीतने का लक्ष्य है.
प्रज्ञा ठाकुर,रमेश बिधूड़ी, प्रवेश वर्मा का टिकट कटा
बीजेपी ने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट 2 मार्च को जारी की थी, लिस्ट में 195 उम्मीदवारों के नाम होने के बावजूद 33 सांसदों के टिकट काट दिए गए, टिकट कटने वालों में प्रज्ञा ठाकुर, रमेश बिधूड़ी और प्रवेश वर्मा का नाम भी शामिल है. 13 मार्च, बुधवार को बीजेपी ने 72 नामों की दूसरी लिस्ट जारी की, जिसमें 30 सांसदों को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. बीजेपी की दोनों लिस्टों में शामिल 267 नामों में से ज्यादातर मौजूदा सांसदों का टिकट काट दिया है. पार्टी ने 140 सांसदों को रिपीट किया गया और 67 सांसदों का टिकट काट दिया है. टिकट कटने वाले दो सांसदों में गौतम गंभीर का नाम भी शामिल है. उनकी जगह पूर्वी दिल्ली में हर्ष मल्होत्रा को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. हालांकि गौतम गंभीर ने पहले ही चुनाव न लड़ने का ऐलान किया था.
क्या है वजह
एनडीटीवी की रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि भाजपा जमीनी स्तर पर मिल रहे फीडबैक के आधार पर फैसले ले रही है। एक ओर जहां भाजपा ने अपनी अगुवाई वाले NDA यानी नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस के लिए 400 से ज्यादा सीटों का लक्ष्य रखा है। वहीं, खुद भी 370 से ज्यादा सीटें जीतने की कोशिश में है। पार्टी ने 2019 में 303 सीटें अपने नाम की थीं।
नंबर गेम
बीजेपी की दूसरी लिस्ट में महाराष्ट्र और कर्नाटक से 20-20, गुजरात से 7, तेलंगाना और हरियाणा से 6-6, मध्य प्रदेश से 5, दिल्ली, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश से 2-2 और दादरा एवं नगर हवेली से 1-1 नामों का ऐलान किया गया है.
दिल्ली में, बीजेपी ने अपने छह मौजूदा सांसदों को बदल दिया है. सिर्फ मनोज तिवारी को ही पार्टी ने दोबारा टिकट दिया है. वहीं कर्नाटक के लिए घोषित 20 उम्मीदवारों में से 11 सांसदों को पार्टी ने बदल दिया है, जबकि सिर्फ आठ को दोबारा मौका दिया है. बात अगर महाराष्ट्र की करें तो यहां पर बीजेपी ने 14 मौजूदा सांसदों पर दोबारा भरोसा जताया है. सिर्फ 5 सांसदों के ही टिकट काटे हैं. दोबारा मौका मिलने वाले सांसदों में नागपुर से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी शामिल हैं. वहीं बीड में प्रीतम मुंडे की जगह उनकी बहन पंकजा मुंडे को टिकट दिया गया है.
दूसरी लिस्ट में गुजरात से सात मौजूदा सांसदों में से सिर्फ तीन को ही रिपीट किया गया है. केंद्रीय मंत्री दर्शना जरदोश की जगह पर मुकेश दलाल को मौका दिया गया है. हरियाणा में घोषित छह उम्मीदवारों में से तीन मौजूदा सांसदों को फिर से मौका दिया गया है और 2 को बदल दिया गया है. जिस सीट पर मौजूदा सांसद की मृत्यु हो गई थी, उस पर भी उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया गया है.
पिछली बार 4 सीटें जीतने वाले तेलंगाना में बीजेपी ने एक सांसद को दोबारा टिकट दिया गया है और एक का टिकट रद्द कर दिया है. वहीं दूसरी लिस्ट में मध्य प्रदेश के पांच उम्मीदवारों में से दो सांसदों को फिर से मौका दिया गया है और दो का टिकट काट दिया गया है. पार्टी ने नए उम्मीदवार, विवेक साहू को छिंदवाड़ा निर्वाचन क्षेत्र में नकुल नाथ के खिलाफ मैदान में उतारा है.
दूसरी लिस्ट में हिमाचल में दोनों सांसदों को फिर से टिकट दिया है, इसमें हमीरपुर से केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर का नाम भी शामिल है. वहीं उत्तराखंड से दोनों सांसदों को बदल दिया है. बीजेपी ने त्रिपुरा में एक सांसद को बदला गया है, जबकि दादरा और नगर हवेली के सांसद, जो शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के साथ थे, अब बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ेंगे.