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Ambikapur: सरकारी योजनाओं के नाम पर 150 ग्रामीणों को ठगा, तीन आरोपी गिरफ्तार; खुद को अधिकारी बताकर करते थे ठगी

सरगुजा/अंबिकापुर.

फर्जी पर्यवेक्षण अधिकारी बनकर पीएम ग्रामीण आवास योजना व उज्जवला योजना के नाम पर कई शहरों में लगभग 150 ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाकर 30 लाख से अधिक की राशि ठगने के मामले में सरगुजा पुलिस को सफलता मिली है। साइबर सेल व पुलिस की स्पेशल टीम ने मामले में उत्तर प्रदेश बलिया के तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी दो मोटरसाइकिल से झारखंड गुमला के रास्ते होते जसपुर और सरगुजा पहुंचे थे।

पुलिस ने दोनों मोटरसाइकिल सहित तीन मोबाइल, एक टैबलेट, कंप्यूटर व ठगी की रकम 24000 रुपये जब्त किए हैं। आरोपी जहां भी ठगी करने जाते थे वहां अपने आप को केन्द्र सरकार की योजना के अधिकारी बताकर भोले-भाले ग्रामीणों को ठगी का शिकार बनाते थे। पूरे मामले का खुलासा करते हुए एडिशनल एसपी पुपलेश कुमार ने बताया कि सरगुजा पुलिस को तीन सदस्यीय गिरोह को पकड़ने में सफलता मिली है। पिछले एक वर्ष में धनबाद, रांची, गुमला, बोकारो, जशपुर, पत्थलगांव में घूम-घूम कर आरोपी करीब 150 ग्रामीणों को अपना शिकार बना चुके हैं, जिसमें अनुमानित करीब 30 लाख से अधिक धनराशि ठग चुके हैं। सरगुजा पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि अंबिकापुर के गंगापुर में तीन संदिग्ध अज्ञात व्यक्ति बिना नंबर की मोटरसाइकिल में घूम रहे हैं। साइबर सेल, स्पेशल टीम ने तत्काल गंगापुर जाकर घेराबंदी कर दो अपाचे मोटरसाइकिल में घूम रहे तीनों संदिग्धों को रोककर पूछताछ की। आरोपियों ने अपने नाम रोहित तिवारी (25 वर्ष) निवासी गंगापुर तिवारी टोला मनियर बलिया (यूपी), कृष्णा कुमार पाण्डेय उम्र (35 वर्ष) पिता जवाहिर पाण्डेय निवासी बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (यूपी) और गौतम पाण्डेय उम्र (30 वर्ष) पिता हरेराम पाण्डेय बीरामाटी थाना पकड़ी जिला बलिया (यूपी) बताया।

मौके पर जिला- सरगुजा, अंबिकापुर में आने का स्पष्ट प्रयोजन नहीं बता पाने से संदेह के आधार पर विस्तृत पूछताछ के लिए थाने लाया गया, जहां पूछ-ताछ दौरान आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से ग्रामीण क्षेत्रों में निर्मार्णाधीन मकान में जाकर आवास योजना अंतर्गत स्वयं को पर्यवेक्षण अधिकारी बताकर मकान निर्माण कार्य में अनियमितता एवं देरी से निर्माण का हवाला देते हुए उनसे 20-30 हजार रूपये की ठगी कर लेते थे। ठगी के दौरान लोगों को विश्वास दिलाने के लिए आरोपी ग्रामीणों के हाथ में रकम लेकर टैबलेट से उनकी फोटो भी लिया करते थे। आरोपियों ने सरगुजा जिले में बतौली एवं रघुनाथपुर थाना क्षेत्रातंर्गत ग्रामीणों से ठगी करने की बात स्वीकार की है। अपने पास रखे टैबलेट में उनकी फोटो भी दिखाई, साथ ही उनके पास से ठगे की 24000 रूपये राशि एवं उनके बैंक खातों में करीब 60,000 रुपये मिले हैं। आरोपियों के खिलाफ चौकी रघुनाथपुर में प्रार्थी तिलक केरकेट्टा निवासी पहाड़पारा ग्राम कोट ने 25000 रूपये की ठगी की रिपोर्ट, थाना बतौली की प्रार्थिनी केलाजो कुजुर निवासी सुआर पारा बतौली की रिपोर्ट के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी कर न्यायिक रिमांड पर भेजा गया है। इस कार्रवाई में भोजराज पासवान, अनुज जायसवाल, अशोक यादव, जितेश साहू आदि शामिल रहे।

ठगी की राशि अपने खातों में करते थे जमा
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों के द्वारा जयपुर में भी फिलहाल दो स्थानों पर ठगी का मामला सामने आया है। एक स्थान पर 70000 और दूसरे स्थान पर 20000 की ठगी आरोपियों के द्वारा की गई है। आरोपियों के द्वारा ठगी की राशि अपने खाते में जमा कर दी जाती थी। पुलिस ने आरोपियों के बैंक खातों में जमा राशि के लिए संबंधित बैंक से संपर्क कर खाते फ्रिज कराने के लिए पत्राचार किया है।

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