- शिष्य शिवशरण द्वारा मुखाग्नि देनी थी और उन्हें उत्तराधिकारी बताया जा रहा था, उनको लेकर विवाद करने लगे
- शवयात्रा के दौरान गोवर्धन से आए और मुरैना के रहने वाले शिष्यों ने हंगामा कर दिया
- पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ और शिवशरण द्वारा मुखाग्नि दी गई
Madhya pradesh morena morena dispute among disciples at last rites of saint madanmohan regarding mahanti of gufa mandir: digi desk/BHN/मुरैना/ एमएस रोड पर स्थित गुफा मंदिर के महंत मदनमोहन शरण का बुधवार को निधन हो गया। गुरुवार को अंतिम संस्कार के लिए मंदिर से जब उनकी शव यात्रा निकल रही थी, इसी बीच उनके गोवर्धन से आए और मुरैना के रहने वाले शिष्यों ने हंगामा कर दिया।
शिष्य शिवशरण द्वारा मुखाग्नि देनी थी और उन्हें उत्तराधिकारी बताया जा रहा था, उनको लेकर विवाद करने लगे। हंगामा की सूचना पर कोतवाली पुलिस को बुलाया गया। पुलिस के पहुंचने पर मामला शांत हुआ और शिवशरण द्वारा मुखाग्नि दी गई। इसके अलावा उन्होंने पुराने दोनों शिष्यों के खिलाफ कोतवाली में आवेदन भी दिया है।
उल्लेखनीय है कि गुफा मंदिर के पास मुरैना शहर से लेकर मथुरा के गोवर्धन तक में करोड़ों रुपये की प्रापर्टी है, जिसकी देखरेख मंदिर के महंत मदनमोहन शरण ही कर रहे थे। गुरुवार को अंतिम संस्कार के लिए मंदिर पर तैयारियां चल रही थीं। इसी बीच उनके दो शिष्य दानबिहारी व रामशरण अपने कुछ साथियों के साथ पहुंच गए और उत्तराधिकारी होने का दावा करने लगे।
उनके साथ रहने वाले शिष्य शिवशरण ने इसका विरोध किया तो उसे धमकी देने लगे और विवाद की स्थिति बन गई। मौके पर पुलिस पहुंची तो शिवशरण ने आवेदन दिया है। आवेदन में उन्होंने बताया कि दानबिहारी व रामशरण दोनों की मंदिर की प्रापर्टी पर नजर है, जो कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के मंदिर पर पहले ही कब्जा कर चुके हैं।
मुरैना की प्रापर्टी पर उनकी नजर है, इसे लेकर दोनों पर मुरैना सिविल लाइन थाने में धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने का मामला दर्ज है। वे जेल में रहकर आए हैं और इस समय जमानत पर हैं।