भोपाल
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ में एक बार फिर मुलाकात हुई। अचानक हुई मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात की और शाम को छिंदवाड़ा कलेक्टर को हटा दिया। कलेक्टर के अचानक तबादले को इस मुलाकात से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
बता दें कि छिंदवाड़ा कलेक्टर मनोज पुष्प को हटाकर मंत्रालय में अपर सचिव, सामाजिक न्याय एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण विभाग बनाया गया है। शीलेन्द्र सिंह को छिंदवाड़ा कलेक्टर के पद पर पदस्थ किया गया है। गौरतलब है कि पिछले एक महीने में कमल नाथ तीन बार से भी ज्यादा मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात कर चुके हैं। एक बार खुद मुख्यमंत्री कमल नाथ से मिलने उनके बंगले में पहुंचे थे। मुख्यमंत्री डा मोहन यादव से मुलाकात करने के बाद पूर्व सीएम कमल नाथ ने कहा कि छिंदवाड़ा के विषय में बात करने आया था।
छिंदवाड़ा बार्डर के बाहर की बात मैं नहीं करता हूं। लोकसभा चुनाव संबंधी एक सवाल पर कहा कि मैं तो केवल वहां के विकास की बात करने गया था। वहीं, कांग्रेस में अब हलचल बढ़ गई है। कमल नाथ की भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद सियासत गर्म हो गई।
राज्यसभा सदस्य वरिष्ठ अधिवक्ता विवेक तन्खा ने कहा नहीं मान सकते कि कमल नाथ-नकुल नाथ कहीं जा रहे हैं। नाथ का कांग्रेस से गहरा संबंध रहा है। परिवर्तन का समय है इसलिए कुछ कह नहीं सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे बारे कहा जा रहा है कि मैं कांग्रेस में जा रहा हूं। अब चर्चा यह है कि आखिर क्यों बार-बार यह मुलाकात हो रही है।
मध्य प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कमलनाथ को बासी फल बताया है. विजयवर्गीय ने कमलनाथ के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाओं पर भी बयान दिया है. कैलाश ने कहा कि कमलनाथ के लिए बीजेपी में दरवाजे बंद हैं.
विजयवर्गीय का कहना था कि अगर कोई बाजार में जाएगा तो ताजा फल खरीदेगा ना. बासी फल थोड़ी खरीदेगा. हम उनको (कमलनाथ) बीजेपी में बिल्कुल नहीं लेंगे. अगर वो आना भी चाहते हैं तो भी उनके लिए दरवाजे बंद हैं.
बीजेपी में जाने की अफवाह कैसे उड़ी
कमलनाथ से सवाल किया गया कि बीजेपी में आपके जाने की अफवाह कैसे उड़ी। उन्होंने कहा कि मीडिया ने यह खबरें उड़ाई हैं। साथ ही अपने पूर्व के बयान पर कहा कि मुझसे से आचार्य प्रमोद कृष्णनन को लेकर सवाल किया गया था। इस पर मैंने कहा था कि कोई किसी पार्टी से बंधा हुआ नहीं है। मैंने यह बात उनके लिए कही थी।
5 दिसंबर को दे दिया था इस्तीफा
इसके साथ ही कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में कहा कि उन्होंने प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष पद से 5 दिसंबर को ही इस्तीफा दे दिया था, 4 -5 दिन बाद इसे आउट करने के लिए मुझे कहा गया था, मैने नहीं किया। उन्होंने कहा कि किस अध्यक्ष बनाना है, इसके बारे में भी मुझसे पूछा गया था, मैंने उन्हें बता दिया था, फिर उसमें परेशानी क्या है।