- डाक्टरों व नर्सिंग स्टाफ की प्रतिबद्धता मरीजों की सेवा होनी चाहिए
- अस्पताल को मिली ब्लड सेपरेशन मशीन जल्द शुरू करें
- अर्चना चिटनिस ने कई तरह की व्यवस्थाएं ठीक करने के निर्देश भी दिए हैं
Madhya pradesh burhanpur mla archana chitnis said to hospital employees those have ego should leave job: digi desk/BHN/बुरहानपुर/ बुरहानपुर जिला अस्पताल में पटरी से उतरी व्यवस्थाओं की लगातार मिल रही शिकायतों को देखते हुए मंगलवार को विधायक अर्चना चिटनिस ने औचक निरीक्षण किया। अस्पताल की सफाई, वार्डों में इलाज की सुविधा सहित अन्य व्यवस्थाएं देखने के बाद उन्होंने सिविल सर्जन के कक्ष में सीएमएचओ डा. राजेश सिसोदिया की मौजूदगी में डाक्टरों की बैठक ली।
इस दौरान चिटनिस ने दो टूक चेतावनी देते हुए कहा कि अस्पताल के डाक्टरों व नर्सिंग स्टाफ की प्रतिबद्धता मरीजों की सेवा होनी चाहिए। जिन लोगों इगो से प्यार है वे नौकरी छोड़ दें। माना जा रहा है कि यह इशारा सिविल सर्जन डा. प्रदीप मोजेस और उनके खास लोगों के लिए था।
मोजेस की कार्यशैली से न तो अस्पताल के कर्मचारी खुश हैं और न ही कलेक्टर भव्या मित्तल संतुष्ट हैं। वे काफी पहले ही सिविल सर्जन बदलने के लिए विभाग को पत्र लिख चुकी हैं। मोजेस को लोकायुक्त द्वारा ट्रैप किए जाने के बाद बुरहानपुर भेजा गया था। बैठक के दौरान अर्चना चिटनिस ने कई तरह की व्यवस्थाएं ठीक करने के निर्देश भी दिए हैं।
ब्लड सेपरेशन मशीन जल्द शुरू कराएं
विधायक से सीएमएचओ व सिविल सर्जन को निर्देशित किया कि अस्पताल को मिली ब्लड सेपरेशन मशीन जल्द शुरू करें। जिससे रक्त की विभिन्न जरूरातों को पूरा किया जा सके। उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध छह डायलिसिस मशीनों में से एक को एचआइवी और हेपेटाइटिस वाले मरीजों के लिए सुरक्षित करने के निर्देश दिए। अभी इन मरीजों को जलगांव य इंदौर जाना पड़ रहा है।
चिटनिस ने कहा कि प्रसूताओं को दर्द के बीच भूतल से सीजर के लिए प्रथम तल पर बने आपरेशन थिएटर ले जाया जाता है। इसकी जह लेबर रूम के पास बने आपरेशन थिएटर का उपयोग किया जाए। एक्स-रे यूनिट में नवीन डिजिटल रेडियोग्राफी सिस्टम को सुचारू रूप से संचालित कर मरीजों को टोकन दिया जाए। जिससे एक्स-रे के लिए भीड़ नहीं हो और एक्स-रे रिपोर्ट समय पर मिले।
एनेस्थीसिया डाक्टर्स की तीन शिफ्ट में ड्यूटी लगाएं और महिला मेडिकल आफिसर्स की ड्यूटी लगाएं। मरीजों से अच्छा व्यवहार किया जाए। गर्भवती महलाओं को जननी सुरक्षा एवं प्रसूति सहायता योजना का लाभ दिलाते हुए प्रतिदिन गर्भवती महिलाओं की सोनोग्राफी की व्यवस्था की जाए।
दोनों टाइम की ओपीडी खुलनी चाहिए
बैठक के दौरान विधायक चिटनिसे ने सिविल सर्जन से कहा कि अस्पताल के दोनों गेट पूरी तरह से खोल कर रखे जाएं। जिससे मरीजों को परेशानी नहीं हो। सुबह और शाम की ओपीडी में डाक्टर आवश्यक रूप से उपस्थित रह कर मरीजों का इलाज करें।
देखने में आता है कि शाम की ओपीडी में डाक्टर नहीं आते। दवा वितरण के लिए अतिरिक्त काउंटर खोलने, हेल्प डेस्क में मरीजों की काउंसिलिंग कराने, इमरजेंसी कक्ष में चौबीस घंटे डाक्टर व इसीजी, शुगर मशीन, सक्शन मशीन, आक्सीजन आदि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
इसके अलावा पार्किंग व्यवस्था सुधारने, रात के समय अस्पताल में असामाजिक तत्वों का प्रवेश रोकने, अस्पताल में वार्डों के संकेतक लगाने, सफाई व्यवस्था सुधारने, इंचार्ज व ड्यूटी डाक्टर का नाम व नंबर अंकित करने और रोगी कल्याण समिति के माध्यम से विशेषज्ञ डाक्टरों की सेवाएं लेने के निर्देश भी दिए गए हैं।