Wednesday , November 27 2024
Breaking News

500 परिवारों के एक हजार से अधिक लोगों ने धीरेंद्र शास्त्री की कथा में किया घर वापसी

रायपुर

छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का मामला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बार  बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री के सामने अपने धर्म को छोड़कर दूसरा धर्म अपने वाले 500 परिवारों के एक हजार से अधिक लोगों ने वापस घर वापसी की। इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कुछ परिवारों के सदस्यों को गले गलाकर उनका हालचाल जाना।

भाजपा नेता व धर्मांतरित लोगों की घर वापसी के अभियान में लगे प्रबल प्रताप सिंह जूदेव अपनी धर्मपत्नी व समाजसेवी बसंत अग्रवाल ने इन परिवारों का पैर धोकर घर वापसी करवाया। ऐसे परिवार थे जो थोड़ी लालच या बहकावें आकर दूसरे धर्म में चले गए थे।  प्रबल प्रताप सिंह जूदेव ने कहा कि जब तक वे जीवित रहेंगे लोगो को धर्मांतरण करने से रोकते रहेंगे। ये जो परिवार है जिसमें रायगढ़, सरगुजा, जशपुर, कोरबा, धमतरी, सक्ती है जिसमें अहिवार, साहू परिवार के साथ दो परिवार मुस्लिम समाज से है जिनकी आज घर वापसी हुई जिनमें सोनिया सेफ, पल्की सेफ एवं मोहम्मद अकबर शामिल है। इस दौरान उनका कहना था कि सनातन धर्म से बड़ा और कोई धर्म हो ही नहीं सकता। घर वापसी कर रहे 21 घर परिवारों ने धीरेंद्र शास्त्री महाराज का आरती उतारा। इससे पूर्व 21 निर्धन कन्याओं का विवाह भी संपन्न हुआ। एक मुस्लिम परिवार के बच्चे का नाम भी महाराज ने बदलकर सत्यम रखा क्योंकि सत्यम ही सत्य है और शिव ही सत्य है का नारा महाराजश्री ने दिया।

इस दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि केवल घर वापसी कराना ही उनका उद्देश्य नहीं है घर वापसी के बाद उन लोगों को सनातन धर्म की शिक्षा भी हमें देनी होगी और प्रत्येक हिंदू अपने को सिर्फ सनातनी कहें। सनातन धर्म की रक्षा के लिए देश के सभी मंदिरों के पुजारी मंगलवार, शनिवार को बच्चों, युवाओं को धर्म के प्रति जागरूक करते हुए सनातन धर्म की शिक्षा प्रदान करें। उन्होंने कहा कि धर्मांतरण को रोकने के लिए हिंदुओं को जागरूक होना पड़ेगा इसके लिए वे स्वयं जशपुर से लेकर बस्तर के कोने-कोने तक श्रीराम कथा के जरिए हिंदुओं को जागरूक करेंगे।

About rishi pandit

Check Also

एक परिवार की तीन पीढ़ी को मिल रहा महतारी वंदन योजना का लाभ

  परिवार ने की पांच बेटियों की शिक्षा से शादी तक की प्लानिंग राज्य की …

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *