Third man death from senetizer drink:digi desk/BHN/ गोविंदपुरा इलाके में स्थित कारगिल झुग्गीबस्ती में रहने वाले एक परिवार और रिश्तेदार के लिए सैनिटाइजर कहर बन गया। सैनिटाइजर को पीने से देवर-भाभी की बुधवार को मौत हो गई थी। दोनों ने नशे के लिए कचरे में मिला सैनेटाइजर पीया था। वहीं उनके एक रिश्तेदार ने भी सैनिटाइजर का सेवन किया था, जिसे गंभीर स्थिति में अस्पताल में भर्ती किया था। उपचार के दौरान गुरुवार देर रात उसकी भी मौत हो गई। पुलिस ने इस मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है।
गोविंदपुरा थाने के एएसआई रामसंजीवन वर्मा के मुताबिक चेतक ब्रिज के पास कारगिल कालोनी में रहने वाला आदिवासी परिवार कचरा और पन्नी बीनने का काम करता है। मंगलवार को कचरा बीनने के दौरान उन्हें सैनिटाइजर की एक बोतल मिली थी। रात के समय धर्मेंद्र (17), उसकी भाभी अरुणा पत्नी सल्लू (22) और एक अन्य रिश्तेदार 70 वर्षीय अमरनाथ ने नशा करने के लिए यही सैनिटाइजर पी लिया। अमरनाथ ने काफी कम मात्रा में पीया था, जबकि देवर-भाभी ने ज्यादा मात्रा में पीया था। कुछ समय तक सबकुछ ठीक रहा, लेकिन देर रात दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी थी। धर्मेंद्र की हालत ज्यादा खराब होने के कारण परिजन बुधवार सुबह उसे इलाज के लिए जयप्रकाश अस्पताल लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने हमीदिया अस्पताल ले जाने की सलाह दी। लेकिन हमीदिया पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई। इधर, घर में मौजूद अरुणा की भी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी तो परिजन उसे भी जयप्रकाश अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने चैक करने के बाद मृत घोषित कर दिया था। जबकि बीती रात अमरनाथ की भी हमीदिया अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई।
परिवार पन्नी बीनने का काम करता है
प्रारंभिक पूछताछ में पता चला कि पूरा परिवार पन्नी और कचरा बीनने का काम करता है। जिस सैनिटाइजर का उपयोग नशे के लिए किया गया था, उसकी बोतल उन्हें कचरे में मिली थी। अमरनाथ ने भी नशे के लिए ही सैनेटाइजर पीया था, लेकिन स्वाद खराब होने के कारण उसने आगे नहीं पीया। लेकिन कम मात्रा में लेना भी उसके लिए जानलेवा साबित हुआ।
एएसआइ रामसंजीवन वर्मा का कहना है कि तीन लोगों की मौत के बाद उस सैनिटाइजर की बोतल को जब्त कर जांच के लिए भेजा है। यह पता करना जरूरी है कि आखिरकार इस सैनिटाइजर में क्या मिला है, जिससे तीन लोगों की मौत हो गई। जांच से द्रव्य में जहरीले पदार्थ का स्तर भी पता चल सकेगा।