नई दिल्ली
82 किमी लंबे दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किमी लंबे प्राथमिकता खंड (साहिबाबाद से दुहाई के बीच) में भले ही कुछ माह का विलंब हो गया, लेकिन 14 किमी के दिल्ली ट्रैक पर नमो भारत समय से पहले दौड़ सकती है। इसका कारण है कि साहिबाबाद से सराय काले खां तक ट्रैक बनाने का काम जोरों पर चल रहा है।
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) के अधिकारी बताते हैं कि आनंद विहार अंडरग्राउंड स्टेशन कॉरिडोर के एलिवेटेड सेक्शन से जुड़ गया है। न्यू अशोक नगर से आनंद विहार अंडरग्राउंड स्टेशन के बीच की दूरी लगभग सात किमी है। अंडरग्राउंड हिस्से के तहत यहां पर आनंद विहार के दोनों ओर चार समानांतर सुरंग बनाई गई हैं।
न्यू अशोक नगर से आनंद विहार स्टेशन को जोड़ने के लिए खिचड़ीपुर में एक रैम्प बनाया गया है। दूसरी ओर आनंद विहार अंडरग्राउंड स्टेशन को साहिबाबाद स्टेशन से जोड़ने के लिए दूसरा रैम्प बनाया गया है, जो वैशाली में है। दोनों रैम्प का निर्माण कार्य पूरा हो गया है।
ओएचई इंस्टालेशन का कार्य जल्द होगा आरंभ
जल्द ही इनमें ट्रैक बिछाने और ओएचई इंस्टालेशन का कार्य आरंभ होगा। इन दोनों रैम्प का निर्माण पूर्ण होने से आनंद विहार स्टेशन दिल्ली और मेरठ दोनों दिशाओं में एलिवेटेड सेक्शन से जुड़ गया है। रैम्प का निर्माण पूरा होने से आरआरटीएस कॉरिडोर न्यू अशोक नगर स्टेशन से लेकर मेरठ साउथ स्टेशन तक कनेक्ट हो गया है।
खिचड़ीपुर रैम्प से सुरंग में प्रवेश करेंगी ट्रेन
न्यू अशोक नगर एलिवेटेड स्टेशन की ओर से आने वाली नमो भारत ट्रेनें स्टेशन से थोड़ी दूरी पर आकर खिचड़ीपुर रैम्प से होते हुए सुरंग में प्रवेश करेंगी। इस सुरंग की लंबाई लगभग तीन किमी है। इसी सुरंग को पार करते हुए ट्रेन आनंद विहार स्टेशन पहुंचेंगी। इसके बाद गाजियाबाद की दिशा में दूसरी सुरंग में प्रवेश करेगी। इस सुरंग की लंबाई लगभग दो किमी है। इस सुरंग को पार करके वैशाली मेट्रो स्टेशन के सामने बने रैम्प से ट्रेन एलिवेटेड वायाडक्ट पर चढ़ेगी और साहिबाबाद पहुंचेगी।
बारापूला फ्लाईओवर से दूरी हो जाएगी कम
वहीं न्यू अशोक नगर से सराय काले खां तक की दूरी पांच किमी है। यह दूरी बारापूला फ्लाईओवर से यमुना पुल तय करते हुए पूरी होगी। यमुना पर पुल बन चुका है। बारापूला फ्लाइओवर आधा बन गया है तो सराय काले खां स्टेशन के सभी लेवल बन चुके हैं और छत भी आधी बन गई है।
अगले छह माह में ट्रैक लगभग पूरा हो जाएगा
अधिकारियों के मुताबिक अगले छह माह में ट्रैक लगभग पूरा हो जाएगा और आठ माह में इसका ट्रायल शुरू कर दिया जाएगा। सूत्र बताते हैं कि फरवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा का चुनाव होना है। ऐसे में केंद्र सरकार इसे जनवरी में ही हरी झंडी दिखा सकती है।