नई दिल्ली
जम्मू और कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस सांसद फारूक अब्दुल्ला ने एक बार फिर पाकिस्तान राग अलापा है। उन्होंने भारत सरकार पर पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से बात करने की अपील की है। साथ ही में वार्ता में हो रही देरी को लेकर भी केंद्र पर सवाल उठाए हैं। इस दौरान उन्होंने चेतावनी भी दे दी कि 'हमारा हाल भी गाजा जैसा हो जाएगा।' मंगलवार को अब्दुल्ला ने कहा, 'अटल बिहारी वाजपेयी जी ने कहा था कि दोस्त बदले जा सकते हैं, लेकिन पड़ोसी नहीं बदले जा सकते। अगर हम हमारे पड़ोसियों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखेंगे, तो दोनों प्रगति करेंगे। पीएम मोदी ने भी कहा था कि युद्ध अभी विकल्प नहीं है और मामला वार्ता के जरिए सुलझाया जाना चाहिए।'
उन्होंने आगे कहा, 'वार्ता कहा है? नवाज शरीफ (पाकिस्तान के) प्रधानमंत्री बनने वाले हैं और वे कह रहे हैं कि हम (भारत के साथ) बातचीत के लिए तैयार हैं। लेकिन क्या कारण है कि हम बातचीत के लिए तैयार नहीं हैं? अगर हम वार्ता के जरिए समाधान नहीं निकालेंगे, तो हमारा हाल भी गाजा और फिलिस्तीन जैसा होगा, जिसपर इजरायल बमबारी कर रहा है…।' खास बात है कि अब्दुल्ला की तरफ से बयान ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में पुंछ में भारतीय सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। इसके अलावा बारामूला में रिटायर हो चुके पुलिस अधिकारी को मस्जिद के अंदर ही गोली मार दी गई थी। इतना ही नहीं जवानों की तरफ से पूछताछ किए जाने के बाद तीन आम नागरिकों को भी मार दिया गया था।
पाकिस्तान में चुनाव
हाल ही में पाकिस्तान के चुनाव आयोग की तरफ से चुनाव कार्यक्रम का ऐलान कर दिया है। मुल्क में 8 फरवरी 2024 को चुनाव होने हैं। फिलहाल, ECP उम्मीदवारों की तरफ से दाखिल नामांकन दस्तावेजों की जांच कर रही है। यह प्रक्रिया 30 दिसंबर तक चलेगी। नामांकन दस्तावेजों पर दावे और आपत्तियां 3 जनवरी तक दर्ज कराए जा सकेंगे और 10 जनवरी तक इनपर फैसला आ जाएगा। आयोग 11 जनवरी को उम्मीदवारों की सूची जारी करने जा रहा है।