MP Assembly congres protest:digi desk/BHN/तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ और दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में मध्य प्रदेश कांग्रेस ने विधानसभा परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के समक्ष मौन धरना पर बैठ गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ सहित अन्य विधायक धरने में शामिल हुए। कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए विधायकों के अलावा किसी भी व्यक्ति को विधानसभा परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। पुलिस ने बैरिकेड लगाकर विधानसभा जाने वाले रास्ते पर सभी को रोक दिया। विधानसभा के अधिकारियों-कर्मचारियों को भी विधानसभा जाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी।
पूर्व कृषि मंत्री सचिन यादव ने कहा कि सरकार इतनी डरी हुई है कि वह किसानों की आवाज को उठाने ही नहीं देना चाहती है। यही वजह है कि कांग्रेस के प्रदर्शन के मद्देनजर भोपाल की सीमाओं को चारों तरफ से सील कर दिया गया है। यहां तक कि विधानसभा में विधायक अपने सहायक को लेकर तक नहीं जा सकते हैं। यदि कृषि कानून इतने ही किसान हितैषी हैं तो फिर किसान दिल्ली की सीमा पर इतनी ठंड में विरोध प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं।
ऐसा कानून बनाएंगे कि एमएसपी के नीचे फसल ही नहीं बिकेगी
उधर, प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में कांग्रेस के स्थापना दिवस के मौके पर कमल नाथ ने कहा कि सरकार में आने पर हम ऐसा कानून लाएंगे की फसल न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से कम पर बिक ही नहीं पाएगी। कांग्रेस ने हमेशा किसानों के हित में कदम उठाए हैं और किसानों द्वारा किए जा रहे आंदोलन का पूर्ण समर्थन करती है। कार्यक्रम के बाद मध्य प्रदेश सेवादल ने किसानों के समर्थन में मार्च निकाला।