National mm naravane on manipur violence ex army chief says foreign agencies involvement cannot be ruled out: digi desk/BHN/नई दिल्ली/ मणिपुर हिंसा को लेकर देश में बवाल मचा हुआ है। इस बीच पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) एमएम नरवणे का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने मणिपुर हिंसा में विदेशी ताकतों के शामिल होने का शक जताया है। उन्होंने कहा कि मणिपुर में विदेशी एजेंसियों की भागीदारी को इनकार नहीं किया जा सकता।
एमएम नरवणे ने कहा, ‘सीमावर्ती राज्य में अस्थिरता देश की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए अच्छी नहीं है।’ उन्होंने मणिपुर में विद्रोही संगठनों को चीन की ओर से दी जारी सहायता का भी जिक्र किया। पूर्व सेना प्रमुख ने भरोसा जताया कि सरकार अशांत राज्य में शांति बहाल करने के लिए कदम उठा रही है। नरवणे ने दिल्ली में इंडिया इंटरनेशनल सेंटर में राष्ट्रीय सुरक्षा परिप्रेक्ष्य विषय पर आयोजित एक चर्चा के दौरान यह बात कहीं।
पूर्व आर्मी चीफ ने आगे क्या कहा
एमएम नरवणे ने कहा, ‘मुझे यकीन है जो लोग कुर्सी पर हैं और कार्रवाई के लिए जिम्मेदार हैं। वे अपना सर्वश्रेष्ठ कर रहे हैं। हमें उन पर दोबारा अनुमान लगाने से बचना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि विदेशी एजेंसियों की भागीदारी से इनकार नहीं किया जा सकता। चीन कई वर्षों से विद्रोही संगठनों की मदद कर रहा है और आगे भी ऐसा करना जारी रखेगा।
उपद्रवियों के निशाने पर सेना और अर्द्धसैनिक के जवान
मणिपुर की हिंसा अब सुरक्षाबलों की ओर मुड़ गई है। हथियारबंद हमलावर सेना, बीएसएफ और अर्द्धसैनिक बलों को निशाना बना रहे हैं। बीते 24 घंटों में बिष्णुपुर और चूराचांदपुर जिलों में सुरक्षाबलों और हमलावरों के बीच मुठभेड़ हुई। हमलावरों ने 200 देशी बम गिराए। नागालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने पूर्वोत्तर के राज्यों के नेताओं से अपील की है कि वे मणिपुर मामले में दखल न दें।