रीवा/सीधी,भास्कर हिंदी न्यूज़/ सोमवार को मध्यप्रदेश विधानसभा नवगठित सभा समितियों की संयुक्त बैठक हुई। बैठक में विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम, पंडित केदारनाथ शुक्ला विधायक सीधी, नरोत्तम मिश्रा गृह मंत्री, विधायक, प्रमुख सचिव व गठित टीम के सदस्य शामिल रहे। सभापति पंडित केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि संदर्भ समिति एक महत्वपूर्ण समिति है। सबल और सशक्त लोकतंत्र के लिए यह आवश्यक होता है कि जो काम समय अभाव के कारण विधायिका करने में समर्थ नहीं हो उन्हें समिति के माध्यम से पूर्ण किया जाना चाहिए। संसदीय समिति अपना विशेष महत्व रखती है। कई अवसरों पर शासन की ओर से समय-समय पर तारांकित, अनारांकित अन्य सूचना प्रथम प्रश्न ध्यानाकर्षण व नियम के अपील की गई सूचनाओं के उत्तर पर्याप्त अवसर प्रधान करने के बाद भी प्राप्त नहीं होता है। कभी-कभी सदस्यों को लगता है कि प्रश्नों के विभागीय उत्तर समाधान कारक नहीं है या गलत या फिर भ्रामक होते हैं। संसदीय प्रणाली का मूलाधार शासन पर सदन का प्रभावी नियंत्रण है। तत्कालीन विधानसभा वर्ष 1987 में एक निमित्त समिति के रूप में इस समिति का गठन किया था।
श्री शुक्ला ने कहा कि समिति का कार्य क्षेत्र काफी व्यापक है जिन प्रकरणों पर अन्य समितियां विचार नहीं कर सकती उन विषयों पर भी यह समिति विचार कर सकती हैं। मूल रूप से शासन के कार्यों पर प्रभावी नियंत्रण रखने का काम इस समिति का है समिति वर्ष 2009-10 से आपूर्ण उत्तरों के पूर्ण उत्तर संबंधी प्रकरणों पर भी कार्रवाई शुरू कर विभागीय प्रमुख सचिवों को जानकारी नहीं भेजने के संबंध में समिति के समक्ष बुलाया गया इसके स्वरूप विभाग द्वारा दिए जाने वाले आपूर्ण उत्तरों में कमी आई है।
श्री शुक्ला ने कहा कि समिति के समक्ष सदस्यों की ओर से शिकायत मिलने पर विभाग से पत्राचार के बाद मिली जानकारी समाधान कारक नहीं होने पर अध्यक्ष दारा प्रकरण सुमित को जांच के लिए सौंपा जाता हैर जिससे विभागीय प्रमुख सचिव पेश करने के लिए बुला कर संबंधित शिकायत करता सदस्य को भी बुला कर उनका पक्ष सुना जाता है उसके बाद समिति अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करती है। विधायक केदारनाथ शुक्ला ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा सौंपे गए दायित्व का निर्वहन मार्गदर्शन में किया जाएगा।