7th Pay Commission:digi desk/BHN/ सरकारी नौकरी के इंतजार कर रहे युवाओं के लिए जल्द बड़ा मौका आ रहा है। केंद्रीय कार्मिक राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने इसके संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए कामन एलिजिबिलिटी टेस्ट (सीईटी) का पहला आयोजन इस साल सितंबर में होने की संभावना है। सीईटी का आयोजन कराने के लिए केंद्रीय कैबिनेट की मंजूरी से नेशनल रिक्रूटमेंट एजेंसी (एनआरए) का गठन किया जा चुका है। सब कुछ ठीक रहा है तो इस अभियान के तहत युवाओं को सरकारी नौकरा मौका दिया जाएगा और ये 7th Pay Commission के तहत वेतन के पात्र होंगे। हालांकि 7th Pay Commission को लेकर अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
बकौल जितेंद्र सिंह, युवाओं खासकर सरकारी नौकरियों की प्रतिक्षा करने वालों के लिए यह बड़ी राहत होगी। इस साल से कामन एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन पूरे देश में एक साथ किया जाएगा। इसी परीक्षा के बाद सरकारी नौकरियों में भर्ती के लिए अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट किया जा सकेगा।
क्या है कामन एलिजिबिलिटी टेस्ट और कौन करेगा आयोजित
एनआरए एक मल्टी-एजेंसी निकाय (एनआरए एक स्वतंत्र और स्वायत्त निकाय) होगी जो ग्रुप बी और ग्रुप सी पदों पर अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट करने के लिए कामन एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन करेगी। खास बात यह है कि देश के हर जिले में इसका कम से कम एक सेंटर अवश्य होगा। यानी देश के लगभग हर हिस्से में युवाओं को मौका मिलेगा। महिलाओं और दिव्यांग अभ्यर्थियों के साथ-साथ इसका फायदा उन लोगों को भी होगा जो आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण दूसरे शहरों में स्थिति केंद्र में जाकर परीक्षा नहीं दे पाते थे।
एनआरए की जिम्मेदारी अभ्यर्थियों को शार्टलिस्ट करने की होगी जिनकी भर्ती कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी), रेलवे भर्ती बोर्डों (आरआरबी) और बैंकिंग कर्मचारी भर्ती संस्थानों (आइबीपीएस) के जरिए की जाती है। हालांकि एसएससी, आरआरबी और आईबीपीएस जैसी केंद्रीय भर्तियां एजेंसियां अपनी जरूरतों के अनुसार विशेष भर्तियों के लिए परीक्षाओं का आयोजन जारी रखेंगी और सीईटी सिर्फ नौकरियों के लिए अभ्यर्थियों की प्रारंभिक स्क्रीनिंग करेगी। सरकार को उम्मीद है कि इस अभियान के तहत खाली पदों को भरा जा सकेगा।