‘खुशियों की दास्तां’
उच्च पद का कार्यवाहक प्रभार मिलने से खिल उठे पुलिस कर्मियों के चेहरे
सतना,भास्कर हिंदी न्यूज/ प्रदेश सरकार के गृह मंत्रालय से पुलिस विभाग में आरक्षक एवं प्रधान आरक्षकों को उच्च पद का कार्यवाहक प्रभार मिलने के बाद जिले के लगभग सभी पुलिस थानों में उत्सव का माहौल बना हुआ है। उत्सव हो भी क्यों नही, लंबे अरसे से पुलिस की कठिन नौकरी कर रहे और पदोन्नति की राह देख रहे पुलिस कर्मियों को पदोन्नति ना सही मगर वरिष्ठ पद का ओहदा राज्य शासन ने सौगात के रूप में दे दिया है। राज्य शासन के इस कर्मचारी हितैषी निर्णय से पात्र पुलिस कर्मियों को उच्चतर पद के प्रोटोकॉल और महत्वपूर्ण कार्य को संपादित करने का वैधानिक अधिकार मिल गया है।
जिले में पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियो द्वारा उच्च पद का कार्यवाहक प्रभार पाने वाले कर्मचारियों की वर्दी पर स्टार एवं फित्ती लगाकर नए पद में शामिल किया जा रहा हैं।
उच्च पद का कार्यवाहक प्रभार प्राप्त करने की कड़ी में जिले में एक ऐसा भी संयोग रहा, जिसमे पति-पत्नी एक साथ हवलदार से सहायक उप निरीक्षक बन गए हैं। यातायात थाने में पदस्थ लाखन पंडा की वर्दी पर डीएसपी यातायात प्रभा किरण कीरो द्वारा एवं थाना प्रभारी राजेंद्र सिंह राजपूत तथा महिला थाने में पदस्थ उनकी पत्नी शीला गोस्वामी की वर्दी पर महिला सेल डीएसपी एवं थाना प्रभारी महिला थाना साधना कठेल ने स्टार लगाकर हवलदार से सहायक उप निरीक्षक बनाया। दोनों एक साथ एएसआई बनकर बेहद खुश हैं। लाखन पंडा और उनकी पत्नी शीला ने इस सौगात के लिए प्रदेश सरकार को हृदय से कोटि-कोटि धन्यवाद दिया है।
भिंड निवासी लाखन पंडा 2002 में ग्वालियर से तथा रीवा निवासी उनकी पत्नी शीला गोस्वामी सतना जिले से आरक्षक के पद पर पुलिस विभाग में भर्ती हुए थे। डिंडोरी जिले में सेवारत रहते हुए वर्ष-2014 में लाखन पंडा आरक्षक से हवलदार बने। जबकि उनकी पत्नी शीला गोस्वामी वर्ष 2011-12 में आयोजित विभागीय परीक्षा देकर हवलदार बनी थीं। वर्तमान में दोनों की पदस्थापना सतना जिले में रहते हुए ही प्रदेश सरकार द्वारा हवलदार से सहायक उप निरीक्षक बनने की सौगात दी गई है। विगत दिवस पुलिस मुख्यालय भोपाल के निर्देश पर निर्धारित सेवाकाल पूर्ण करने वाले प्रधान आरक्षकों को सहायक उप निरीक्षक तथा आरक्षकों को प्रधान आरक्षक के पद पर कार्यवाहक प्रभार (उच्चतर पद पर कार्य करने का अधिकार) देने के लिए आदेश जारी किए गए थे। जिले में 107 प्रधान आरक्षक पदोन्नत कर कार्यवाहक उप निरीक्षक तथा 152 आरक्षकों को पदोन्नत कर कार्यवाहक प्रधान आरक्षक बनाया गया है।