सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ क्षेत्र के जन कल्याण के लिए भगवान गलझरनाथ के दरबार में भव्य श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा का आयोजन मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी के आयोजकत्व में ऐतिहासिक शुभारंभ हुआ।
कथा के प्रारंभ के पूर्व ग्यारह सौ दिव्य कलशों के साथ हजारों लोगो की उपस्थिति में शोभा यात्रा निकाली गई। कथा की शोभायात्रा का आयोजन इतना भव्य था कि पूरा क्षेत्र दीपों से जगमगा उठा। 15 मई से 21 मई तक तक भव्य कथा का वचन पंडित अरविंद महाराज के मुखारविंद से किया जा रहा है। इसके पश्चात 22 मई को विशाल भंडारे के साथ लोकगायक राजकुमार शास्त्री के मनोरम संगीत की अनुपम प्रस्तुति क्षेत्रवासियों के समक्ष पेश की जाएगी। भगवान गलझरनाथ के दिव्य दरबार में कथा के आयोजन से क्षेत्र वासियों के बीच खासा उत्साह दिखा।
आयोजक मैहर विधायक नारायण त्रिपाठी ने संपूर्ण क्षेत्रवासियों से इस कथा में अधिक से अधिक संख्या में पहुंचकर अपने जीवन को सफल बनाते हुए आयोजन को सार्थक बनाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि यह श्रीमद् भागवत कथा है यह हमें अपने कर्म का बोध कराती है जीवन बिना सत्कर्म के सफल नही हो सकता इसलिए इस कथा का श्रवण अधिक से अधिक लोगों को करना चाहिए जिससे हमें अपने सार्थक जीवन के लिए कैसे कर्मों को महत्व देना चाहिए। यह सीखने की कथा श्रीमद् भागवत से प्राप्त होती है।
प्यासे को पानी पिलाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं
भीषण गर्मी में 45 डिग्री से ऊपर के तापमान से आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। नदी, नाले तालाब, जलाशय सब सूख गए हैं। जंगल में पशु पक्षी पानी की तलाश में भटक रहे हैं। वैश्य महासम्मेलन द्वारा प्रकृति के संरक्षण एवं बेजुबान पक्षियों को आसानी से दाना पानी मिले इसलिए स्थानीय पन्नाीलाल चौक में स्टाल लगाकर पक्षियों को पानी पीने के लिए सकोरा मिट्टी का बर्तन सभी राहगीरों को निश्शुल्क वितरित किया गया। संगठन के प्रदेश महामंत्री एवं रीवा संभाग के प्रभारी हरिओम गुप्ता ने सभी से आह्वान करते हुए कहा कि हम सबको पक्षियों का सहारा बनना चाहिए। घर के आंगन में, बारजे, बालकनी में मिट्टी के बर्तन सकोरे पर दाना पानी रखकर हम चिड़ियों का जीवन बचा सकते हैं एवं घर के बाहर एक छोटी सी टंकी या बाल्टी में पानी रख कर गऊ माता की भी प्यास बुझा सकते है। प्यासे को पानी पिलाने से बड़ा पुण्य कोई नहीं है।