पन्ना,भास्कर हिंदी न्यूज़/ अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव 20 अक्टूबर से शुरू हो गया। अखंड मुक्तिदाता निष्कलंक बुद्ध अवतार श्री प्राणनाथ जी पांच दिनों तक चलने वाले इस महारास में सुन्दरसाथ के साथ साक्षात उन्हें रासमण्डल में परमधाम के वास्तविक सुख व अध्यात्मिक दृष्टिकोण से रत करते हुए उनका जीवन धन्य करेंगे।
इस बार महोत्सव में प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह ने सपरिवार आकर इस महोत्सव में रासलीला का आनंद लेंगे। पूनम की रात्रि में बंगला जी दरबार साहब से श्रीजी की सवारी रासमण्डल के लिए निकलेगी।
प्रणामी धर्म का सबसे पवित्र धाम श्री गुम्बट जी मंदिर जिसका प्रांगण ब्रम्ह चबूतरा (रास मंडल) कहा जाता है। क्योंकि यहीं पर श्री प्राणनाथ जी ने अपने परम स्नेही सुंदरसाथ जी को श्री राज जी_श्यामा जी की अलौकिक अखण्ड रासलीला, जागिनी रास का दर्शन कराया था इसीलिये इसे जागिनी लीला भी कहा जाता है।
उसी समय से अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव के नाम से प्रतिवर्ष पांच पद्मावतीपुरी धाम पन्ना संपूर्ण विश्व की मुक्तिपीठ है। यहां विराजमान साक्षात अक्षरातीत पूर्णब्रम्ह के अलौकिक रास के आनंद में सराबोर होते हैं। इस आनंद में सुन्दरसाथ उस क्षण के प्रत्यक्ष दर्शी बने जब श्री प्राणनाथ जी की शोभायात्रा श्री बंगला जी मंदिर से निकलकर रासमण्डल में पधराई गई। पूनम की रात जैसे ही श्रीजी की भव्य सवारी बंगला जी दरबार साहब से रासमण्डल में आई तो वहां उपस्थित सुंदरसाथ अपने पिया के साथ प्रेम रंग में डूब गये। यह अखण्ड रास का आयोजन पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय शरद पूर्णिमा उत्सव के रूप में रात दिन चलेगा।
दिव्य सिंहासन को अपने कंधों में लेकर निकलेगी सवारी
क्षर और अक्षर से भी परे जो मूल-मिलावा श्री राज के साथ जागिनी रास महोत्सव का शुभारंभ इसी बंगला जी मंदिर से होता है। इस महोत्सव में प्रणामी धर्म के सभी गादीपति, धर्मगुरु व संतगण उपस्थित रहकर कार्यक्रम में शामिल होते हैं। श्री राज जी महाराज के दिव्य सिंहासन को मंदिर के पुजारियों द्वारा अपने कंधों पर लेकर राज के रमैया, श्री प्राणनाथ जी के जयघोष के साथ शोभयात्रा रात्रि में निकाली जाएगी। शोभायात्रा ब्रम्ह चबूतरे पर ही स्थित रासमण्डल जो साल में एक ही बार खुलता है मैं 5 दिनों के लिए पधराई जाएगी। श्री राज जी की शोभयात्रा की एक झलक पाने के लिये बेताब रहे सुंदरसाथ उस क्षणिक दर्शन पाने के लिये पूरे एक वर्ष से बेताब रहते हैं।