अनूपपुर,सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ कोतमा थाना अंतर्गत एसडीएम के घर में हुई गहनों की चोरी को लेकर कोतमा पुलिस द्वारा पूरन केवट उर्फ सन्नी निवासी लहसुई कैंप को तीन दिन से थाने में बुलाकर लगातार पूछताछ कर रही थी। रविवार को पूरन केवट के बहनों के घर पहुंच पुलिस द्वारा गहनों की तलाश में पूछताछ कर घर की तलाशी ली गई। जिससे पूरन के घर पर बहनोई द्वारा आकर पुलिस द्वारा ली गई तलाशी को लेकर विवाद किया गया जिससे पारिवारिक समस्या और कलह उत्पन्न हो गई तब पूरन केवट ने रविवार की दोपहर फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया लेकिन उसे बचा लिया गया। इस घटना से नाराज होकर पूरन के स्वजन कोतमा थाना पहुंचकर एसडीएम के ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाया।
यह है मामलाः चार दिन पूर्व एसडीएम कोतमा के यहां उनकी पत्नी का आभूषण गुम हो गया था। एसडीएम द्वारा कोतमा थाने में शिकायत की गई। गहने चोरी को लेकर पुलिस द्वारा जांच के लिए घर पर काम कर रहे नौकर पूरन को संदेह के तौर पर थाना लेकर आई और पूछताछ की गई फिर रविवार की सुबह पूरन केवट के बहन के यहां पुलिस पहुंच गई और घर की तलाशी ली इसके बाद से पूरन और बहन के परिवार में तकरार उत्पन्न हो गई और मानसिक रूप से प्रताड़ित होकर पूरन द्वारा आत्महत्या का प्रयास किया गया। आत्महत्या के प्रयास के दौरान मोहल्ले के लोगों ने पूरन को आत्महत्या के प्रयास से बचाया।
थाने में एसडीएम के खिलाफ विरोध प्रदर्शनः एसडीएम द्वारा पद का दुरुपयोग कर मानसिक प्रताड़ना का आरोप कोतमा थाने में पूरन की मां रामरति केवट लगाया गया। बरसात में भी एसडीएम के खिलाफ थाने के बाहर पूरन की मां तथा मोहल्ले के लोग प्रदर्शन करते हुए बैठ गए। कोतमा एसडीओपी शिवेंद्र सिंह बघेल एवं कोतमा थाना प्रभारी के समझाइश एवं निष्पक्ष जांच कार्रवाई आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन बंद हुआ।पूरन केवट की मा का कहना था कि अगर कहीं बेटे ने गलत किया है तो उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाए और अगर नहीं किया है तो मामला पुलिस द्वारा तुरंत खत्म करें।