अनूपपुर,भास्कर हिंदी न्यूज़/ थाना रामनगर क्षेत्र में बुधवार- गुरुवार की दरम्यानी रात एसइसीएल के रीजनल वर्कशाप शांतिनगर कालोनी के पास एसईसीएल सिक्योरिटी गार्ड रमेश पुत्र श्यामलाल केवट 58 का शव चारदीवारी के अंदर संदिग्ध अवस्था में मिला था की हत्या सिर में घातक चोट पहुंचाकर की गई थी। हत्या की वारदात का आरोप पहले कबाड़ चोरों पर लगा था लेकिन पुलिस की जांच में हत्यारा कोई और नहीं मृतक का नाती ही निकला। नाना की हत्या के आरोप में पुलिस ने आरोपी पुष्पेंद्र पुत्र जमुना केवट को गिरफ्तार कर लिया है। रुपये और नौकरी के लालच में आकर आरोपी ने इस वारदात को अंजाम दिया था।
पुलिस ने जब मामले की जांच शुरू की तो घटना की प्रकृति हत्या की प्रतीत हुई। पुलिस अधीक्षक अखिल पटेल द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। हत्या की गुत्थी को सुलझाने के लिए अनुसंधान की वैज्ञानिक पद्घति का सहारा लेते हुए भी पुलिस ने तहकीकात शुरू की। घटनास्थल के निरीक्षण के बाद पुलिस कप्तान ने पाया कि घटना का उद्देश्य चोरी नहीं था। ऐसे में पुलिस के द्वारा इस बिन्दु पर पड़ताल शुरू कि मृतक की हत्या से किस व्यक्ति को लाभ हो सकता है। इस संबंध में मृतक के परिजनों से पूछताछ की गई। पूछताछ के क्रम में मृतक का नाती पुष्पेन्द्र केवट जो घटना दिनांक को मृतक के साथ सोया था, उससे भी सघन पूछताछ की गई।
पुष्पेन्द्र के बयानों में विरोधाभास को देखते हुए पुलिस द्वारा गंभीरता से एवं विभिन्न कड;यिों को जोड़ते हुए पूछ-ताछ प्रारंभ की गई। शक के दायरे में पुष्पेन्द्र पुलिस के नजर में आ गया था। आरोपी ने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया। थाना प्रभारी एम बी प्रजापति रामनगर ने बताया कि आरोपी मृतक नाना के यहां पिछले छह वर्ष से रह रहा था। जो अपने नाना को बाइक से ड्यूटी लाना ले जाना करता था। आरोपी बुजुर्ग नाना के द्वारा खर्च के लिए रुपये नहीं दिए जाने और गाली- गलौज करने से परेशान था। पुष्पेंद्र नाना की जगह नौकरी चाह रहा था और मिलने वाले फंड पर नजर थी। इस कारण घटना दिनांक को रात में चोरों के आने की झूठी बात कहकर सभी को गुमराह करने का प्रयास भी किया। पुलिस ने पाया कि मोबाइल होने के बावजूद आरोपी पुष्पेंद्र घटनास्थल से सुरक्षा विभाग को सूचना नहीं दी घर जाकर भाई के फोन से बताया। वापस घटनास्थल आने पर जहां मृतक नाना गिरा पड़ा था वहां ना ले जाकर दूसरी जगह ले जाकर भटकाने की कोशिश की थी। जबकि आरोपी ने कहानी बनाई थी कि चार कबाड़ चोर आए थे और उन्होंने नाना के साथ मारपीट कर हत्या कर दी। पुलिस को घटनास्थल के पास डंडा मिला जो हूबहू नाना की तरह था। इस तरह कई तथ्यों के आधार पर पुलिस ने उसी दिन इस वारदात का खुलासा कर दिया।