सीधी,भास्कर हिंदी न्यूज़/एक बीमार मां ने अंधविश्वास और जादू-टोना के चक्कर में फंसकर अपने सगे बेटे की बलि ले ली। महिला लंबे समय से बीमार चल रही थी। और वह ओझा के चक्कर में आकर इस घटना को अंजाम दे डाला। इस घटना को उसका एक बेटा देख रहा था, पुलिस ने जब पूछताछ शुरू की तब तीन वर्ष के मासूम ने हकीकत बता दी। इसके बाद पुलिस ने महिला को हिरासत में ले लिया है। घटना शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे की है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि सीधी के शैरपुर गांव निवासी प्रियंका (25) पति सुधीर गुप्ता, लंबे समय से बीमार है। उसका पति दिल्ली में मजदूरी करता है। महिला के तीन बच्चे हैं, जिसमें सबसे बड़ा सोनू (6), दूसरा स्वागत (3)व तीसरा सौरभ 10 माह का था, जिसकी बलि चढ़ा दी गई।
गांव के ओझा ने दी थी सलाह
जानकारी के मुताबिक बीमार होने पर प्रियंका ने गांव के ही एक ओझा से झाड़-फूंक कराई थी, जिस पर ओझा ने कहा था कि तुम्हें जादू टोना है। जब तक तुम किसी एक की बलि नहीं दोगी, तब तक तुम बीमार ही रहोगी और एक दिन ये टोना तुम्हारी जान ले लेगा। इसके बाद प्रियंका ने अपने 10 माह के पुत्र सौरभ की हत्या कर दी। गमछा का किनारा फाड़कर उसे मासूम के गले में दो परत लपेटकर गला घोंट दिया। इसके बाद पड़ोसियों को बता दिया कि उसके बेटे की किसी ने हत्या कर दी। बच्चे दफनाने के दौरान लोगों को बच्चे के गले में चोट के निशान देखने पर पुलिस को सूचना दी गई, पुलिस स्थल पर पहुंचकर देर रात तक कार्रवाई में जुटी रही।