रीवा,भास्कर हिंदी न्यूज़/ बदलते मौसम के बीच इन दिनों हर कोई बीमारी का शिकार हो रहा है और सर्दी, जुकाम, बदन दर्द के साथ-साथ बुखार मरीजों को पस्त कर रही है। तो वहीं इसका असर सीधे सरकारी अस्पतालों से लेकर निजी क्लीनिकों में भी देखा जा रहा है। बढ़ती मरीजों के भीड़ को देखते हुए लोग समय से पहले अस्पतालों में पहुंचकर अपना पंजीयन कराने तथा डॉक्टर से चेकअप कराने के लिए लाइन में खड़े हो रहे हैं तो वहीं निजी क्लीनिकों में टोकन के लिए चक्कर लगा रहे हैं या यूं कहा जाए कि एक तरफ बीमारी तो दूसरी तरफ इलाज कराने के लिए मरीज और उनके परिजन पूरी तरह से परेशान हैं। मेडिकल कालेज के अस्पताल की ओपीडी से लेकर जिला अस्पताल में भी मरीजों की लम्बी लाइन देखी जा रही है। खास बात यह है कि 8 बजे से खुलने वाली ओपीडी में मरीज 7 बजे से ही पहुंचकर लाइन लगाने लगते हैं। जिससे वे अपना स्वास्थ्य परीक्षण करा सकें।
बीमारी के हिसाब से कम मिलता है समय
संजय गांधी अस्पताल की ओपीडी खुलने का समय सुबह 8 से 12 बजे तक है। इस दौरान मरीज का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। जबकि डॉक्टरों के बैठने का समय दोपहर डेढ़ से दो बजे का है। बीमारी का सीजन होने के कारण यह समय पर्याप्त नहीं माना जा रहा है और बिना पर्ची कटाए ही कई बार मरीजों को वापस लौटना पड़ता है। ऐसे में पंजीयन के लिए तथा स्वास्थ्य परीक्षण के लिए ज्यादा समय तथा अतिरिक्त काउंटर की जरूरत है। कुछ इसी तरह के हालात जिला अस्पताल में भर्ती हैं और इलाज के लिए व्यवस्था बढ़ाए जाने की आवाज लगातार उठ रही है।
बुखार बन रहा जानलेवा
इस समय मलेरिया, टाइफाइड सहित दिमागी बुखार भी मरीजों को न सिर्फ परेशान कर रही है बल्कि कई बार मरीजों की जान पर आफत बनकर यह बुखार आ रही है। तो वहीं वायरल फीवर जर्बदस्त प्रभाव इन दिनों जिले में मौजूद है। इसके साथ ही उल्टी, दस्त, चक्कर आने, सिर चकराना सहित अन्य तरह की समस्याओं से मरीजों को सामना करना पड़ रहा है। तो वहीं अस्पताल का बच्चा वार्ड तथा मेडिसिन विभाग में सबसे ज्यादा मरीज इन दिनों पहुंच रहे हैं। ओपीडी में मेडिसिन और बच्चा विभाग में मरीजों को दिखाने के लिए इन दिनों काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। पंजीयन से लेकर स्वास्थ्य परीक्षण और जांच करवाने के लिए उन्हें भीड़ का सामना करना पड़ रहा है।