Tokyo Paralympics Closing Ceremony: digi desk/BHN/ टोक्यो पैरालिंपिक का अंत रविवार को रंगारंग कार्यक्रम के साथ हुआ। 24 अगस्त से शुरू हुए इन पैरालिंपिक के समापन समारोह के दौरान भारतीय दल की अगुआई अवनि लेखरा ने की, जो ध्वजवाहक बनकर हाथ में तिरंगा लेकर नजर आईं। उनके साथ भारतीय दल के 11 और सदस्य मौजूद थे। सबसे पहले जापान के एक पैरालिंपिक और ओलिंपिक के एक-एक पदक विजेता समेत छह लोग जापान के झंड़े को स्टेडियम में लेकर आए। दुनिया भर से आए खिलाड़ियों ने समापन समारोह में हिस्सा लिया, जिसका अंत आतिशबाजी से हुआ।
टोक्यो पैरालिंपिक का रविवार को समापन हो गया। अंतिम दिन भारत ने दो पदक जीते और ये दोनों पदक बैडमिंटन की दो अलग-अलग स्पर्धाओं में आए। भारत को दिन का पहला पदक गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी (डीएम) सुहास एल यतिराज ने रजत पदक के रूप में दिलाया तो कृष्णा नागर ने स्वर्ण पदक जीतकर टूर्नामेंट में भारत के सुखद अभियान का स्वर्णिम समापन किया। कर्नाटक के 38 वर्षीय सुहास एल यतिराज पुरुष सिंगल्स के फाइनल में शीर्ष वरीय फ्रांस के लुकास माजूर से करीबी मुकाबले में हार गए। उन्हें दो बार के विश्व चैंपियन माजूर से 62 मिनट तक चले फाइनल में 21-15, 17-21, 15-21 से हार का सामना करना पड़ा। इस रजत पदक के साथ सुहास पैरालिंपिक में पदक जीतने वाले पहले आइएएस अधिकारी भी बन गए हैं।
कृष्णा ने बैडमिंटन में दिलाया दूसरा स्वर्ण
दूसरी वरीय कृष्णा नागर ने पुरुष सिंगल्स की एक अन्य स्पर्धा के फाइनल में रोमांचक जीत दर्ज की। जयपुर के 22 साल के कृष्णा ने हांगकांग के चू मैन काई को तीन गेम तक चले रोमांचक फाइनल में 21-17, 16-21, 21-17 से हराया। यह मौजूदा टूर्नामेंट में बैडमिंटन में भारत का दूसरा स्वर्ण पदक है। कृष्णा से पहले प्रमोद भगत ने शनिवार को बैडमिंटन में भारत को पहला स्वर्ण पदक दिलाया था।
टोक्यो पैरालिंपिक 2020 समाप्त होने के साथ, अवनी लेखरा रविवार को ओलंपिक स्टेडियम में समापन समारोह में भारत की ध्वजवाहक बनीं। निशानेबाज, जिसने टोक्यो में दो पोडियम फिनिश किए थे, एक ऐसे देश का नेतृत्व करेंगे, जिसने खेलों में अपना सबसे बड़ा पदक दर्ज किया, जिसमें पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक शामिल थे।
कुल मिलाकर 19 पदक दर्ज करने के बाद, भारतीय पैरालंपिक टीम ने 2016 पैरालिंपिक में अपने पिछले सर्वश्रेष्ठ चार पदकों को पार किया। लेखरा ने भाला फेंक खिलाड़ी सुमित अंतिल, शटलर प्रमोद भगत, कृष्णा नगर और निशानेबाज मनीष नरवाल के साथ स्वर्ण भी जीता। अवनी लेखारा ने भारत को अपने ध्वजवाहक के रूप में नेतृत्व किया, और परेड में अफगानिस्तान का झंडा भी देखा गया।
पीएम ने दीं शुभकामनाएं
“सेवा और खेल का अद्भुत संगम। सुहास यतिराज ने अपने असाधारण खेल की बदौलत पूरे देश को खुश कर दिया। बैडमिंटन में रजत पदक जीतने पर उन्हें बधाई। भविष्य की प्रतियोगिताओं के लिए उन्हें शुभकामनाएं। हमारे बैडमिंटन खिलाड़ियों के टोक्यो पैरालिंपिक में उत्कृष्ट प्रदर्शन को देखकर खुशी हो रही है। कृष्णा नागर की शानदार उपलब्धि प्रत्येक भारतीय के चेहरे पर मुस्कान लेकर आई है। स्वर्ण पदक जीतने के लिए उन्हें बधाई। भविष्य के लिए उन्हें बहुत-बहुत शुभकामनाएं।”
नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री