सतना, भास्कर हिंदी न्यूज़/ रीवा संभाग में कोरोना वैक्सीन टीकाकरण तेजी से किया जा रहा है। संभाग में जुलाई तथा अगस्त माह में तेजी से टीकाकरण किया गया। संभाग में 3 सितम्बर तक कोरोना वैक्सीन की 35 लाख 61 हजार 586 डोज लगायी जा चुकी हैं। इसमें 29 लाख 81 हजार 871 व्यक्तियों को प्रथम डोज लगायी गई हैं। जबकि 5 लाख 78 हजार 709 व्यक्तियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगायी जा चुकी हैं। अगस्त माह के अंतिम सप्ताह से वैक्सीन की दूसरी डोज लगाने को प्राथमिकता दी जा रही है। संभाग के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण केन्द्रों में लोगों का लगातार पहुंचना जारी है। हर जिले को आवंटित वैक्सीन का प्रतिदिन लगभग शत-प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है।
रीवा संभाग में 3 सितम्बर तक टीकाकरण के संबंध में कोविन पोर्टल पर दर्ज ऑनलाइन जानकारी के अनुसार संभाग में अब तक 19 लाख 84 हजार 677 पुरूषों तथा 15 लाख 75 हजार 367 महिलाओं को कोरोना वैक्सीन के टीके लगाये जा चुके हैं। संभाग के सभी जिलों में अब तक सर्वाधिक टीके युवाओं को लगाये गये हैं। संभाग में 18 से 44 आयुवर्ग के 19 लाख 57 हजार 645 व्यक्तियों को टीके लगाये गये हैं। इसी तरह 45 से 59 आयु वर्ग के 9 लाख 55 हजार 737 तथा 60 वर्ष से अधिक आयु के 6 लाख 47 हजार 254 बुजुर्गों को टीके लगाये गये हैं। टीकाकरण के प्रति लोगों में अच्छा उत्साह और जागरूकता है। टीकाकरण कार्य में स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, नगरीय निकाय, राजस्व विभाग तथा शिक्षा विभाग द्वारा सराहनीय योगदान दिया जा रहा है।
जल जीवन मिशन में 2521 करोड़ से अधिक की योजनायें स्वीकृत
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा प्रदेशभर की ग्रामीण जल प्रदाय योजनाओं के लिए 2521 करोड़ 23 लाख 44 हजार रुपये की स्वीकृति जारी गई है। विभाग के मैदानी अमले द्वारा जल जीवन मिशन के मापदण्डों के अनुसार प्रक्रिया प्रारम्भ की जा रही है।
प्रदेश की ग्रामीण आबादी शुद्ध पेयजल के लिए परेशान न हो, इसके लिए जल जीवन मिशन में तेजी से कार्य जारी हैं। जहाँ जलस्त्रोत हैं, वहाँ उनका समुचित उपयोग कर आसपास के ग्रामीण रहवासियों को पेयजल प्रदाय किया जायेगा। जिन ग्रामीण क्षेत्रों में जलस्त्रोत नहीं हैं वहाँ नये जल स्त्रोत निर्मित किए जायेंगे। ग्रामीण परिवारों के लिए पेयजल की व्यवस्था चरणबद्ध तरीके से 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
राष्ट्रीय जल जीवन मिशन के अन्तर्गत प्रदेश की समग्र ग्रामीण आबादी को घरेलू नल कनेक्शन से पेयजल की आपूर्ति किए जाने के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा जल संरचनाओं की स्थापना एवं विस्तार के कार्य किए जा रहे हैं। स्वीकृत 2521 करोड़ रूपये से अधिक की राशि में 45 जिलों की जलप्रदाय योजनायें शामिल हैं। इन जिलों के लिए नवीन योजनाओं के साथ ही विभिन्न ग्रामों में पूर्व से निर्मित पेयजल अधोसंरचनाओं को नये सिरे से तैयार कर रेट्रोफिटिंग के अन्तर्गत भी कार्य किया जा रहा है।