Indian Railways: digi desk/BHN/ बरसात का मौसम अपने आखिरी पड़ाव पर है और अगले महीने त्योहारों का सीजन शुरू हो जाएगा। त्योहारों के सीजन में ट्रेन का टिकट मिलने में काफी मुश्किलें आती हैं। इस वजह से लोगों ने अभी से दीपावली और दशहरे की छुट्टियों के लिए टिकट बुक करना शुरू कर दिया है। लोगों की इसी जल्दबाजी के चलते अभी से लंबी दूरी की ट्रेनों में वेटिंग बढ़ने लगी है। टिकट के दलाल इसका फायदा उठाकर मुंहमांगी कीमत पर टिकट बेंच रहे हैं। आपको इन्हीं दलालों से सावधान रहने की जरूरत है। किसी दलाल के चक्कर में फंसकर आप अपना नुकसान कर सकते हैं।
नॉर्दर्न रेलवे के प्रवक्ता दीपक कुमार ने दलालों से टिकट बुक कराने वाले यात्रियों से अपील की है कि फेस्टिव सीजन के दौरान यात्री टिकट के लिए दलालों के चक्कर में न फंसें। रेलवे के काउंटर और रेलवे के अधिकृत ट्रेवल एजेंट से ही टिकट बुक कराएं।
रेलवे ने बढ़ाई ट्रेनों की संख्या
जैसे-जैसे सभी राज्य अनलॉक होते जा रहे हैं, उसी के अनुसार भारतीय रेलवे ट्रेनों की संख्या भी बढ़ा रहा है। त्योहारों के सीजन में कई स्पेशल ट्रेनें चलाई जाएंगी और कई ट्रेनों की फीक्वेंसी भी बढ़ाई जाएगी। हाल ही में भारतीय रेलवे ने बांद्रा टर्मिनस-जम्मू तवी फेस्टिवल स्पेशल एक्सप्रेस और बांद्रा टर्मिनस-हरिद्वार सुपरफास्ट फेस्टिवल एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी को बढ़ाया है। इस वजह से यात्रियों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। त्योहारों के समय में उन्हें आसानी से घर जाने के लिए टिकट मिलेगी। अभी से दलाल के चक्कर में फंसकर दोगुने दामों पर टिकट न खरीदें।
रेलवे जल्द चलाएगा 40 पूजा स्पेशल ट्रेन
खबरों के अनुसार त्याहारों के दिनों में यात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने पूजा स्पेशल ट्रेनों को चलाने का फैसला किया है। त्योहारों के सीजन में 40 जोड़ी पूजा स्पेशल ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाएगा। इनमें से कुछ ट्रेनों को चलाने का ऐलान हो चुका है और आने वाले दिनों में बाकी ट्रेनों को भी चलाने की घोषणा की जाएगी।
60 दिन पहले ही बुक कर सकेंगे टिकट
टिकट के दलाल त्योहारों के समय की टिकट कई महीने पहले से बुक कर लेते थे और ऐन वक्त पर यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए दोगुने और तीन गुने दामों पर उन्हें बेंचते थे। दलालों की वजह से रेलवे ने ट्रेन टिकट की एडवांस बुकिंग की समयसीमा 120 दिन से घटाकर 60 दिन कर दी है। ऐसे में अधिकतर टिकट यात्री खुद बुक कर लेते हैं और दलालों के हिस्से में काफी कम टिकट आते हैं।