Indian railway: digi desk/BHN/ भोपाल/ पिछले साल देश में कोरोना की दस्तक के बाद मार्च 2020 में पहले लॉकडाउन की घोषणा के साथ ही देशभर में रेलों के पहिए भी थम गए थे। अब सवा साल बाद 85 फीसद ट्रेनें पुन: पटरी पर दौड़ने लगी हैं। इससे यात्रियों को राहत मिल गई है। लेकिन कोरोना संक्रमण की रफ्तार घटने के साथ लोगों की आवाजाही भी बढ़ गई है, जिसके चलते ट्रेनों में भी दबाव बढ़ता जा रहा है। इस वजह से ट्रेनों में कन्फर्म टिकट नहीं मिल रहे हैं। खासकर दिल्ली की तरफ जाने वाली ट्रेनों को छोडक़र मुंबई, प्रयागराज, गोरखपुर और चेन्नई की तरफ जाने वाली ट्रेनों में ज्यादा दबाव है। कोरोना की तीसरी लहर का दबाव नहीं बढ़ा तो जल्द ही 100 फीसद ट्रेनें पटरी पर होंगी।
बता दें कि कोरोना की पहली लहर में रेलवे ने मार्च 2020 में 100 फीसद ट्रेनों का संचालन रोक दिया था। इनमें से कुछ ट्रेनें चलाईं तो इस साल की शुरुआत में कोरोना की दूसरी लहर आ गई। नतीजतन, चालू की गई ट्रेनों को बंद करना पड़ा। दूसरी लहर से राहत मिली तो रेलवे ने बंद की 85 फीसद ट्रेनों को चालू कर दिया है। कोरोना के पूर्व भोपाल स्टेशन से 132 ट्रेनें चौबीस घंटे में गुजरती थीं। इनमें से 116 ट्रेनें चलने लगी हैं। यही स्थिति जोन से गुजरने वाली ट्रेनों की है। लोक परिवहन सुविधा बढ़ने से यात्रियों को बड़ी राहत है।
भोपाल मंडल ने इन ट्रेनों को पुन: चलाया
भोपाल स्टेशन :- भोपाल स्टेशन से भोपाल-बीना मेमू, महामना एक्सप्रेस, भोपाल-प्रतापगढ़ एक्सप्रेस, भोपाल-जोधपुर एक्सप्रेस, विध्यांचल एक्सप्रेस चलने लगी हैं।
ये ट्रेनें अभी भी बंद :- भोपाल-सिंगरौली साप्ताहिक एक्सप्रेस, राज्यरानी एक्सप्रेस, भोपाल-बिलासपुर एक्सप्रेस।